विश्व कप फ़ुटबॉल 1950
विश्व कप फ़ुटबॉल 1950
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विवरण | 'फ़ीफ़ा विश्व कप' का आयोजन 'फ़ीफ़ा' (फ़ेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल फ़ुटबॉल एसोसिएशन) द्वारा कराया जाता है। चौथा विश्व कप फ़ुटबॉल वर्ष 1950 में खेला गया था, जिसकी मेज़बानी ब्राज़ील ने की थी। |
वर्ष | 1950 |
तिथि | 24 जून से 16 जुलाई |
कुल देश | 13 |
फ़ाइनल | ब्राज़ील तथा उरुग्वे के मध्य। |
विजेता | उरुग्वे |
कुल मैच | 22 |
कुल गोल | 88 |
दर्शक | 10,45,246 |
अन्य जानकारी | कई टीमों की अनुपस्थिति में भारत की टीम भी पहली बार इस विश्व कप के लिए क्वालीफ़ाई कर गई थी, लेकिन नंगे पाँव होने के कारण फ़ीफ़ा ने भारतीय टीम को खेलने नहीं दिया। |
अद्यतन | 03:23 4 अगस्त, 2016 (IST) |
विश्व कप फ़ुटबॉल 1950 अथवा फ़ीफ़ा विश्व कप 1950 (अंग्रेज़ी: FIFA World Cup 1950)
चौथे विश्व कप फ़ुटबॉल का आयोजन दूसरे विश्व युद्ध के कारण 12 वर्ष के पश्चात सन 1950 में किया गया। इस विश्व कप की मेज़बानी ब्राज़ील ने की थी। कुल 13 टीमें फ़ुटबॉल के इस महामुकाबले में सम्मिलित हुईं। इसमें उरुग्वे ने ब्राज़ील को 2-1 से हराकर दूसरी बार विश्व कप के ख़िताब़ पर क़ब्ज़ा कर लिया।
मेज़बानी
दूसरे विश्व युद्ध के कारण 12 वर्षों बाद इस विश्व कप का आयोजन हुआ था, हालाँकि यूरोपीय देश अभी भी विश्व युद्ध के प्रभाव से जूझ रहे थे। फ़ीफ़ा ने इस बार दक्षिणी अमरीकी देश को मेज़बानी देने का फ़ैसला किया और वह सौभाग्यशाली देश था ब्राज़ील।
प्रतियोगिता में बदलाव
इस बार प्रतियोगिता के स्वरूप में थोड़ा बदलाव किया गया था। पहले राउंड में टीमों को चार ग्रुप में रखा गया और ग्रुप के विजेताओं को फ़ाइनल ग्रुप में खेलने का मौक़ा मिला। फ़ाइनल ग्रुप में खेलने वाली टीमों में शीर्ष टीम को ख़िताब दिया गया। इस आधार पर यह पहला और एकमात्र विश्व कप था, जिसमें फ़ाइनल मैच नहीं खेला गया। बल्कि अंक के आधार पर टीम को विजेता घोषित किया गया।
ट्रॉफ़ी
इस फ़ुटबॉल के इस विश्व कप में ट्रॉफ़ी को दिया गया नाम ज़ूल्स रिमे कप था। ज़ूल्स रिमे विश्व कप के संस्थापक थे और उस समय फ़ीफ़ा के अध्यक्ष थे।
सम्मिलित देश
फ़ुटबॉल की इस प्रतियोगिता में कुल 13 देशों की टीमें सम्मिलित हुईं। इस विश्व कप में इंग्लैंड की टीम पहली बार शामिल हुई, लेकिन अर्जेंटीना ने ब्राज़ील से मतभेद के कारण विश्व कप से नाम वापस ले लिया। विश्व युद्ध का प्रभाव ये था कि फ़ीफ़ा ने जर्मनी को निकाल दिया जबकि ऑस्ट्रिया, इक्वेडोर और बेल्जियम की टीम भी विश्व कप में खेलने नहीं आईं।
- भारत की उपस्थिति
कई टीमों की अनुपस्थिति में भारत की टीम भी पहली बार विश्व कप के लिए क्वालीफ़ाई कर गई, लेकिन नंगे पाँव होने के कारण फ़ीफ़ा ने भारतीय टीम को खेलने नहीं दिया।
इंग्लैंड की हार
पहली बार विश्व कप में खेल रही इंग्लैंड की टीम को ख़िताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पहले तो टीम को उस समय करारा झटका लगा, जब अमरीका ने इंग्लैंड को 1-0 से हरा दिया। इसे विश्व कप के सबसे बड़े उलटफेर में से एक माना जाता है। इंग्लैंड की टीम स्पेन से भी 1-0 से हारकर पहले दौर से ही बाहर हो गई। फ़ाइनल राउंड में उसे जाने का मौक़ा तक नहीं मिला।
विश्व कप का ख़िताब
ग्रुप स्टेज से फ़ाइनल राउंड में पहुँचने वाली चार टीमें थीं-
- ब्राज़ील
- स्पेन
- स्वीडन
- उरुग्वे
इस प्रतियोगिता में सबसे शानदार प्रदर्शन मेज़बान ब्राज़ील की टीम कर रही थी। फ़ाइनल राउंड की भी ब्राज़ील ने इसी अंदाज़ में शुरुआत की। उसने स्वीडन को 7-1 और स्पेन को 6-1 से मात दी। निर्णायक मैच के पहले ब्राज़ील की टीम फ़ाइनल ग्रुप में शीर्ष पर थी। ब्राज़ील और उरुग्वे के बीच निर्णायक मैच देखने के लिए लाखों की संख्या में दर्शक जुटे। ख़िताब की दावेदार ब्राज़ील की टीम मानी जा रही थी, लेकिन हुआ उल्टा। उरुग्वे ने ब्राज़ील को 2-1 से हराकर दूसरी बार विश्व कप के ख़िताब़ पर क़ब्ज़ा कर लिया।
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