छान्दोग्य उपनिषद अध्याय-2 खण्ड-13

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छान्दोग्य उपनिषद अध्याय-2 खण्ड-13
छान्दोग्य उपनिषद का आवरण पृष्ठ
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विवरण 'छान्दोग्य उपनिषद' प्राचीनतम दस उपनिषदों में नवम एवं सबसे बृहदाकार है। नाम के अनुसार इस उपनिषद का आधार छन्द है।
अध्याय द्वितीय
कुल खण्ड 24 (चौबीस)
सम्बंधित वेद सामवेद
संबंधित लेख उपनिषद, वेद, वेदांग, वैदिक काल, संस्कृत साहित्य
अन्य जानकारी सामवेद की तलवकार शाखा में छान्दोग्य उपनिषद को मान्यता प्राप्त है। इसमें दस अध्याय हैं। इसके अन्तिम आठ अध्याय ही छान्दोग्य उपनिषद में लिये गये हैं।

छान्दोग्य उपनिषद के अध्याय दूसरे का यह तेरहवाँ खण्ड है।

  • इस खण्ड में स्त्री-पुरुष के जोड़े के रूप में वामदेव्य साम की उपासना की गयी है।
  • जो साधक दाम्पत्य-जीवन के अनुसार साम की उपासना करता है, वह सन्तति-सुख को प्राप्त करता है।


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