फ़रीदा जलाल
फ़रीदा जलाल
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पूरा नाम | फ़रीदा जलाल |
जन्म | 14 मार्च, 1949 |
जन्म भूमि | नई दिल्ली |
पति/पत्नी | तरबेज बारमावर |
कर्म-क्षेत्र | अभिनेत्री |
मुख्य फ़िल्में | खूबसूरत, दिल क्या करे, कुछ कुछ होता है , जब प्यार किसी से होता है |
पुरस्कार-उपाधि | सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री फिल्मफेयर पुरस्कार |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | फ़रीदा ने टैलेंट हंट प्रतियोगिता को जीतकर फिल्मी दुनिया में कदम रखा। |
अद्यतन | 18:22, 20 जुलाई 2017 (IST)
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फ़रीदा जलाल (अंग्रेज़ी:Farida Jalal; जन्म- 14 मार्च, 1949 नई दिल्ली) हिन्दी फ़िल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। उन्होंने दो सौ बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया है। मुख्यतः हिंदी सिनेमा में उनके काम से उनको जाना जाता है, उन्होंने तेलुगू, तमिल और अंग्रेजी भाषा की फिल्मों में भी काम किया है। फ़रीदा जलाल की शादी तरबेज बारमावर से हुई और उनकी एक संतान यासीन जलाल है।[1]
जीवन परिचय
फ़रीदा जलाल का जन्म 14 मार्च 1949 को हुआ, फ़रीदा का शुरुआती जीवन दिल्ली में बीता और यहाँ एक फ़िल्म कंपनी की ओर से 60 के दशक में कराये गये टैलेंट हंट प्रतियोगिता को जीतकर उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। जिस समय फ़रीदा ने बॉलीवुड में आने का निर्णय किया उस समय इस पेशे को अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता था। लेकिन फ़रीदा का मन चूंकि बचपन से ही अभिनय में रमा था इसलिए उन्होंने किसी की परवाह नहीं की और पकड़ ली मुंबई की राह।[1]
फ़िल्मी कॅरियर
फ़रीदा अच्छी अभिनेत्री होने के बावजूद कभी भी मुख्य भूमिका में नहीं देखी गईं। उन्हें हमेशा सहायक अभिनेत्री की ही भूमिका मिली। इन भूमिकाओं में 'बॉबी' और 'आराधना' में निभाई उनकी भूमिका आज भी याद की जाती है। फ़रीदा साठ के दशक से ही बॉलीवुड में सक्रिय हैं और इस दौरान उन्होंने 1983 से 1990 के बीच ही काम से ब्रेक लिया और उसके बाद फिर से बॉलीवुड में अपनी पारी शुरू की। इस दौरान उन्हें सिर्फ मां ही नहीं दादी, नानी के रोल भी खूब मिले जिन्हें फ़रीदा ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से निभा कर दर्शकों की तारीफें बटोरीं।[1]
90 के दशक में जब फ़रीदा फिल्मों में पुनः सक्रिय हुईं तो उस दौरान उन्होंने 'राजा हिन्दुस्तानी', 'कुछ कुछ होता है', 'दिल तो पागल है', 'कहो ना प्यार है', 'कभी खुशी कभी गम', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' जैसी सफल फिल्मों में काम किया जिनके लिए उन्हें फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला। फ़रीदा फिल्मों के अलावा टी.वी. पर भी काफी सक्रिय हैं। उन्होंने लोकप्रिय टीवी धारावाहिक 'देख भाई देख' में भी काम किया। इसके अलावा 2005 में फ़रीदा ने सैफ अली खान और सोनाली बेंद्रे के साथ फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह का संचालन भी किया। फ़रीदा ने एक पंजाबी फ़िल्म यारियां में भी काम किया है साथ ही वह लोकप्रिय टीवी धारावाहिक 'बालिका वधू' में भी दिखाई दीं।[1]
उपलब्धि
फ़रीदा जलाल फ़िल्म 'आराधना' में राजेश खन्ना की हिरोइन भी बनी थी। 'बॉबी' फ़िल्म में फ़रीदा ने सहायक अभिनेत्री का किरदार निभाया लेकिन समय के बीतने के साथ फ़रीदा जलाल ने अपने आपको को चरित्र किरदारों में ऐसा पिरोया कि उस समय हर निर्माता निर्देशक की चहेती बन गईं। कोई भी फ़िल्म हो फ़रीदा जलाल उसमें हीरो की बहन या फिर कुछ समय के लिए मंगेतर के किरदार के लिए पहली पसंद थी। कई फिल्मों में फ़रीदा ने हीरो की बहन के यादगार रोल निभाए। अमिताभ बच्चन अभिनीत फ़िल्म 'मजबूर' में निभाए फ़रीदा के रोल को कैसे भुलाया जा सकता है। फ़रीदा ने बहन और हीरो के मंगेतर के साथ सहायक अभिनेत्री का रोल करने से कोई परहेज नहीं किया। औऱ अभिनय की दुनिया में खूब नाम कमाया। एक समय ऐसा भी आया था जब फ़रीदा ने अभिनय से ब्रेक ले लिया था। पर बाद में शानदार वापसी करते हुए फ़रीदा ने मां, दादी और नानी के किरदारों में जान डाल दी। और फ़रीदा के अभिनय का ये सफ़र आज भी जारी है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 1.3 और अब दादी फरीदा जलाल (हिन्दी) www.pressnote.in। अभिगमन तिथि: 20 जुलाई, 2017।
- ↑ ऐसे मिला था फरीदा जलाल को टिकट टू बॉलीवुड (हिन्दी) www.lehren.com। अभिगमन तिथि: 20 जुलाई, 2017।
बाहरी कड़ियाँ
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