सुरेखा सीकरी
सुरेखा सीकरी
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पूरा नाम | सुरेखा सीकरी |
जन्म | 19 अप्रॅल, 1945 |
जन्म भूमि | नई दिल्ली, भारत |
पति/पत्नी | हेमंत रेगे |
संतान | पुत्र- राहुल सीकरी |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | हिन्दी सिनेमा और टेलीविजन |
मुख्य फ़िल्में | सरफ़रोश, ये दिल्लगी, बधाई हो, तुमसा नहीं देखा, जो बोले सो निहाल, सरदारी बेगम, हमको दीवाना कर गए आदि। |
विद्यालय | अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी (उत्तर प्रदेश), नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा |
प्रसिद्धि | अभिनेत्री |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | सुरेखा सीकरी ने अपने फ़िल्मी कॅरियर की शुरुआत वर्ष 1978 में राजनीतिक ड्रामा फिल्म 'किस्सा कुर्सी का है' से की थी। |
सुरेखा सीकरी (अंग्रेज़ी: Surekha Sikri, जन्म- 19 अप्रॅल, 1945, नई दिल्ली, भारत) एक भारतीय अभिनेत्री और टेलीविजन कलाकार हैं। वह मुख्य तौर से हिंदी सिनेमा में सक्रिय हैं। वर्ष 2018 में आयी बॉलीवुड फिल्म 'बधाई हो' और धारावाहिक टेलीविजन शो 'बालिका बधु' (2008) के लिए सुरेखा सीकरी को जाना जाता है। धारावाहिक 'बालिका वधु' ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। वह हिंदी रंगमंच में वर्ष 1978 से लेकर अभी तक सक्रिय हैं। सुरेखा सीकरी ने अपने कॅरियर की शुरुआत वर्ष 1978 में राजनीतिक ड्रामा फिल्म 'किस्सा कुर्सी का है' से की थी।
परिचय
सुरेखा सीकरी का जन्म 19 अप्रैल, 1945 ई. को देश की आज़ादी से पूर्व नई दिल्ली में हुआ था। अपनी हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने आगे कि पढ़ाई जीईसी अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश से की और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से वर्ष 1968 में रंगमंच और नाटक में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।[1]
परिवार
सुरेखा जी के पिता वायु सेना में कार्यरत थे और उनकी माता एक शिक्षिका थीं। उनका विवाह हेमंत रेगे से हुआ था। उनके एक पुत्र है जिसका नाम राहुल सीकरी है, जो मुम्बई में अभिनय के क्षेत्र में काम करता है। पति हेमंत रेगे का 20 अक्तूबर, 2009 को निधन हो गया। इनकी बहन का नाम परवीन था, जिसका विवाह वर्ष 1970 में बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह से हुआ था। उनकी बेटी अभिनेत्री हिबा शाह है।
कॅरियर
सुरेखा सीकरी अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद काफी समय तक नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में रिपर्टरी कंपनी के साथ काम करती रही। उसके बाद उन्होंने अपने फ़िल्मी कॅरियर की शुरुआत वर्ष 1978 में राजनीतिक ड्रामा फिल्म 'किस्सा कुर्सी का है' से की। सुरेखा सीकरी ने फिल्म 'तमस' (1988), 'मामो' (1995) और 'बधाई हो' (2018) के लिए तीन बार सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
फ़िल्में
क्रमांक | फ़िल्म | वर्ष |
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1. | किस्सा कुर्सी का | 1978 |
2. | अनाडी अनन्त | 1986 |
3. | तमस | 1986 |
4. | सलीम लगंडे पे मात रो | 1989 |
5. | परिणीति | 1989 |
6. | नजर | 1990 |
7. | करामाती कोट | 1993 |
8. | लिटिल बुद्धा | 1993 |
9. | मम्मो | 1994 |
10. | नसीम | 1995 |
11. | सरदारी बेगम | 1996 |
12. | जन्मदिन्म | 1998 |
13. | सरफरोश | 1999 |
14. | दिल्लगी | 1999 |
15. | कॉटन मैरी | 1999 |
16. | हरी-भरी | 2000 |
17. | जुबैदा | 2000 |
18. | देहम | 2001 |
19. | काली सलवार | 2002 |
20. | मिस्टर एंड मिसेज अय्यर | 2003 |
21. | रघु रोमियो | 2003 |
22. | रेनकोट | 2004 |
23. | तुमसा नहीं देखा | 2004 |
24. | जो बोले सो निहाल | 2005 |
25. | हमको दिवाना कर गये | 2006 |
26. | देव डी | 2009 |
27. | स्निफ | 2017 |
28. | बधाई हो | 2018 |
29. | शीर कोरमा | 2020 |
30. | घोस्ट स्टोरीज | 2020 |
टीवी धारावाहिक
क्रमांक | धारावाहिक | वर्ष |
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1. | एक था राजा एक थी रानी | 2015 |
2. | परदेश में है मेरा दिल | 2016 |
3. | बालिका वधु | 2008 |
4. | माँ एक्सचेंज | - |
5. | महा कुंभः एक रहस्य, एक कहानी | 2014 |
6. | सात फेरे सलोनी का सफर | 2006 |
7. | बनेगी अपनी बात | - |
8. | केसर | - |
9. | कहना है कुछ मुज्जको | - |
10. | शहर | - |
11. | समय | - |
12. | गोदान | - |
13. | जस्ट मोहब्बत | 1996 |
14. | कभी-कभी | - |
15. | सांझ चूला | 1990 |
पुरस्कार व सम्मान
- सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
- सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री, फ़िल्म फ़ेयर पुरस्कार
- सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री, स्क्रीन पुरस्कार
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 सुरेखा सीकरी जीवन परिचय (हिंदी) thebandhu.com। अभिगमन तिथि: 10 सितंबर, 2020।
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