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{छत्तीसगढ़ी नाचा का [[भीष्म पितामह]] किसे माना जाता है? | {छत्तीसगढ़ी नाचा का [[भीष्म पितामह]] किसे माना जाता है? | ||
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− | ||[[चित्र: | + | ||[[चित्र:Harappa-Jewelery.jpg|right|100px|हड़प्पाकालीन आभूषण]]अन्य [[कला|कलाओं]] के समान ही भारतीय मूर्तिकला भी अत्यन्त प्राचीन है। यद्यपि [[पाषाण काल]] में भी मानव अपने पाषाण उपकरणों को कुशलतापूर्वक काट-छाँटकर विशेष आकार देता था और पत्थर के टुकड़े से फलक निकालने हेतु 'दबाव' तकनीक या पटककर तोड़ने की तकनीक का इस्तेमाल करने लगा था, परन्तु [[भारत]] में [[मूर्तिकला]] अपने वास्तविक रूप में [[हड़प्पा सभ्यता]] के दौरान ही अस्तित्व में आई। इस सभ्यता की खुदाई में अनेक मूर्तियाँ प्राप्त हुई हैं, जो लगभग 4000 वर्ष पूर्व ही भारत में मूर्ति निर्माण तकनीक के विकास का द्योतक हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मूर्तिकला]] |
{[[संस्कार|संस्कारों]] के हिसाब से प्रमुख [[छत्तीसगढ़ी]] लोकगीत कौन-सा है? | {[[संस्कार|संस्कारों]] के हिसाब से प्रमुख [[छत्तीसगढ़ी]] लोकगीत कौन-सा है? |
09:17, 11 मार्च 2012 का अवतरण
छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान
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