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*यहाँ एक विशाल जैन संग्रहालय और अतिथि गृह भी है। इसके अतिरिक्त [[राजगीर]] और आसपास 26 जैन मंदिर हैं। इनमें से कई मंदिर पहाड़ों पर हैं, जहां ट्रैकिंग करेक पहुंचा जा सकता है। चलने में असमर्थ जैन श्रद्धालुओं के लिए पालकी भी यहाँ मिल जाती है।<ref>{{cite web |url= http://daanapaani.blogspot.in/2013/12/blog-post_12.html|title= मंदिरों की नगरी राजगीर|accessmonthday= 06 अग्स्त|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= दाना-पानी|language= हिन्दी}}</ref> | *यहाँ एक विशाल जैन संग्रहालय और अतिथि गृह भी है। इसके अतिरिक्त [[राजगीर]] और आसपास 26 जैन मंदिर हैं। इनमें से कई मंदिर पहाड़ों पर हैं, जहां ट्रैकिंग करेक पहुंचा जा सकता है। चलने में असमर्थ जैन श्रद्धालुओं के लिए पालकी भी यहाँ मिल जाती है।<ref>{{cite web |url= http://daanapaani.blogspot.in/2013/12/blog-post_12.html|title= मंदिरों की नगरी राजगीर|accessmonthday= 06 अग्स्त|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= दाना-पानी|language= हिन्दी}}</ref> | ||
09:16, 12 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
विरायतन जैन आश्रम बिहार के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल राजगीर (नालंदा ज़िला) में स्थित है। यह वेणुवन विहार से थोड़ी दूर आगे वैभवगिरी पहाड़ी के निचले हिस्से में अवस्थित है। यह आश्रम एक संग्रहालय भी है।
- विरायतन जैन आश्रम की स्थापना वर्ष 1973 में की गई थी।
- 40 एकड़ क्षेत्र में फैले इस आश्रम में ग़रीबों का नि:शुल्क उपचार किया जाता है। विरायतन तीन दशक में लाखों लोगों का उपचार कर चुका है।
- यहाँ एक विशाल जैन संग्रहालय और अतिथि गृह भी है। इसके अतिरिक्त राजगीर और आसपास 26 जैन मंदिर हैं। इनमें से कई मंदिर पहाड़ों पर हैं, जहां ट्रैकिंग करेक पहुंचा जा सकता है। चलने में असमर्थ जैन श्रद्धालुओं के लिए पालकी भी यहाँ मिल जाती है।[1]
इन्हें भी देखें: वेणुवन, नालन्दा विश्वविद्यालय, महाबोधि मंदिर एवं अशोक स्तम्भ वैशाली
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मंदिरों की नगरी राजगीर (हिन्दी) दाना-पानी। अभिगमन तिथि: 06 अग्स्त, 2014।