रामराजभूषणुडु (भट्टूमुर्ति)
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रामराजभूषणुडु (अंग्रेज़ी: Ramarajabhushanudu) मध्यकालीन विजय नगर साम्राज्य के 'अष्टदिग्गज' कवियों में से एक था। उसे 'भट्टमूर्ति' के नाम से भी जाना जाता था।
- विजय नगर साम्राज्य के श्रेष्ठ शासक कृष्णदेव राय के दरबार में तेलुगु साहित्य के 8 सर्वश्रेष्ठ कवि रहते थे, जिन्हें 'अष्टदिग्गज' कहा जाता था। अष्टदिग्गजों में शामिल कवियों के नाम निम्न प्रकार हैं-
- अल्ल सानि पेद्दन
- नन्दी तिम्मन
- धूर्जटि
- मादय्यगरि मल्लन
- अय्यलराजु रामभध्रुडु
- पिंगलीसूरन्न
- रामराजभूषणुडु (भट्टूमुर्ति)
- तेनालि रामकृष्णा
- रामराजभूषणुडु की कृति 'वसुचरित्र, स्लेश या दोहरे अर्थ के उपयोग के लिए सबसे प्रसिद्ध है। इन कविताओं की बाद में चेमकुरा वेंकट कवि सहित कई तेलुगु कवियों ने नकल की।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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