मौलिक भौतिक पुरस्कार
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मौलिक भौतिक पुरस्कार
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विवरण | 'मौलिक भौतिक पुरस्कार' मौलिक अनुसंधान के क्षेत्र में भौतिकविदों को दिए जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है। |
शुरुआत | जुलाई, 2012 |
प्रारम्भकर्ता | यूरी मिलनर |
प्रदता संस्था | मौलिक भौतिकी पुरस्कार फाउंडेशन |
देय राशि | लगभग 16 करोड़ रुपए |
अन्य जानकारी | स्ट्रिंग थ्योरी पर शोध करने वाले भारतीय वैज्ञानिक अशोक सेन यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले देश के पहले वैज्ञानिक हैं। |
मौलिक भौतिक पुरस्कार (अंग्रेजी: The Fundamental Physics Prize) मौलिक भौतिकी पुरस्कार फाउंडेशन[1] के द्वारा मौलिक अनुसंधान के क्षेत्र में भौतिकविदों को दिए जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार है। भारतीय वैज्ञानिक अशोक सेन यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले भारत के पहले वैज्ञानिक हैं।
- इस पुरस्कार की स्थापना इंटरनेट उद्यमी यूरी मिलनर द्वारा जुलाई, 2012 को की गई थी।
- पुरस्कार के रूप में लगभग 16 करोड़ रुपए की धनराशि दी जाती है।
- शिक्षा के क्षेत्र में यह दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार है। पुरस्कार में दी जाने वाली रकम 'नोबेल पुरस्कार' के साथ मिलने वाली पुरस्कार राशि का तीन गुना है।
- भारत के सैद्धांतिक भौतिकशात्र के वैज्ञानिक अशोक सेन को 'मौलिक भौतिक पुरस्कार' 31 जुलाई, 2012 को दिया गया था। स्ट्रिंग थ्योरी पर शोध करने वाले वैज्ञानिक अशोक सेन यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले देश के पहले वैज्ञानिक हैं।
- अशोक सेन के साथ अन्य आठ वैज्ञानिकों को भी यह पुरस्कार दिया गया था।[2] शेष वैज्ञानिकों के नाम इस प्रकार हैं-
- निमा अर्कानी-हामेद (Nima Arkani-Hamed)
- एलन गुथ (Alan Guth)
- अलेक्सई कितेव (Alexei Kitaev)
- मैक्सिम कौनत्सेविच (Maxim Kontsevich)
- आंद्रेई लिनडे (Andrei Linde)
- जुआन मालडासेना (Juan Maldacena)
- नाथन सीबेर्ग (Nathan Seiberg)
- एडवर्ड रिटन (Edward Witten)
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ The Fundamental Physics Prize Foundation
- ↑ अशोक सेन मौलिक भौतिक पुरस्कार से सम्मानित (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 05 नवम्बर, 2013।