केशिनी (दमयंती की दासी)
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केशिनी का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत के वन पर्व[1] में हुआ है, जिसके अनुसार यह दमयंती की एक दूती थी। यही दूती राजा नल के भेष बदलकर आने पर उनके पास दमयंती का संदेश लेकर गयी थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 131 |