अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस
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विवरण | 'अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस' को मनाने का प्रस्ताव भारत ने मिलान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय खाद्य और कृषि संगठन की बैठक के दौरान रखा था। |
तिथि | 21 मई |
शुरुआत | 15 दिसंबर, 2005 से |
प्रमुख तथ्य | अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पहले हर साल 15 दिसंबर को विभिन्न चाय उत्पादक देशों द्वारा मनाया जाता था। लेकिन अब संयुक्त राष्ट्र ने 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित कर दिया है। |
अन्य जानकारी | भारत में चाय का उत्पादन मुख्य रूप से असम में होता है और चाय ही असम का राष्ट्रीय पेय भी है। |
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस (अंग्रेज़ी: International Tea Day) प्रत्येक वर्ष 21 मई को मनाया जाता है। पहले यह दिवस विश्वभर में हर साल 15 दिसंबर को विभिन्न चाय उत्पादक देशों द्वारा मनाया जाता था। भारत की सिफारिश पर अब संयुक्त राष्ट्र ने 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित कर दिया है। दरअसल अधिकतर चाय उत्पादक देशों में गुणवत्तापूर्ण चाय उत्पादन का सीजन मई में ही शुरू होता है।
महत्त्व
चाय उत्पादन और प्रसंस्करण विकासशील देशों में लाखों परिवारों के लिए आजीविका का मुख्य स्रोत है और लाखों गरीब परिवारों के लिए निर्वाह का मुख्य साधन है, जो कम से कम विकसित देशों में रहते हैं। चाय उद्योग कुछ गरीब देशों के लिए आय और निर्यात राजस्व का एक मुख्य स्रोत है और श्रम-गहन क्षेत्र के रूप में, विशेष रूप से दूरस्थ और आर्थिक रूप से वंचित क्षेत्रों में रोजगार प्रदान करता है। सिर्फ यही नहीं, चाय विकासशील देशों में ग्रामीण विकास, गरीबी में कमी और खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जो कि सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसलों में से एक है।[1]
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस हर किसी के दैनिक जीवन में चाय के महत्त्व को बताता है। अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस दुनिया भर में चाय के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। अब तक के पूरे इतिहास में चाय एक मूल्यवान आर्थिक वस्तु रही है। इस दिन का लक्ष्य बेहतर व्यापार प्रथाओं और काम की परिस्थितियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ चाय के नैतिक और टिकाऊ उत्पादन पर केंद्रित है। इस दिन का उद्देश्य भूख और गरीबी से लड़ने के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी है। चाय के विकास में गहन देखभाल और प्रयास की आवश्यकता होती है।
इतिहास
यह दिन हर साल लोगों और सरकार का ध्यान खींचने के लिए मनाया जाता है। हालांकि, भारत की सिफारिश पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित किया है। 4 साल पहले मिलान में हुई अंतरराष्ट्रीय खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के अंतर सरकारी समूह की बैठक में भारत ने यह प्रस्ताव पेश किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने चाय के औषधीय गुणों के साथ सांस्कृतिक महत्व को भी मान्यता दी है। अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस की शुरुआत 15 दिसंबर, 2005 को नई दिल्ली से हुई थी, लेकिन एक वर्ष बाद यह श्रीलंका में मनाया गया और वहां से विश्व भर में इसे मनाया जाने लगा।
रोचक तथ्य
- चीन के लोगों ने सबसे पहले चाय पीना शुरू किया।
- ऐसा कहा जाता है कि चीन के एक राजा 'शैन नुंग' के सामने गरम पानी का प्याला रखा गया था, उसमें गलती से चाय की सूखी पत्तियां गिर गई और उस पानी का रंग बदल गया। राजा ने जब इस पेय को पीया तो उसे यह नया स्वाद बेहद पसंद आया और तब से ही चाय पीने की शुरुआत हो गई।[2]
- पानी के बाद चाय ऐसा पेय पदार्थ है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा पिया जाता है।
- शुरू में चाय केवल सर्दियों में दवाई की तरह पी जाती थी। इसे रोज पीने की परंपरा भारत में ही शुरू हुई।
- भारत में 1835 से चाय पीने की शुरुआत हुई।
- कहा जाता है कि 1,500 से ज्यादा प्रकार की चाय होती है जिसमें काली, हरी, सफेद और पीली चाय काफी प्रचलित हैं।
- अगर चाय की पत्तियों को कुछ देर पानी में भिगो दें और उसकी स्मैल (गंध) घर में फैलाएं तो यह प्राकृतिक 'ऑलआउट' का काम करता है और मच्छर भगा देता है।
- चाय अफ़ग़ानिस्तान और ईरान का राष्ट्रीय पेय है।
- इंग्लैंड के लोग रोज 16 करोड़ चाय के कप पीते हैं। इस हिसाब से साल में 60 अरब कप्स चाय पी जाते हैं।
- काली चाय का उपयोग कुल चाय का 75% है।
- भारत में चाय का उत्पादन मुख्य रूप से असम में होता है और टी ही असम का राष्ट्रीय पेय भी है।
- चाय उत्पादन में चीन पहले नंबर पर है और भारत दूसरे पर।
- ब्लैक टी यानी काली चाय की सबसे ज्यादा खपत भारत में होती है।
- अमेरिका में 80% चाय की खपत आइस टी के फॉर्म में होती है।
- तुर्की का हर व्यक्ति रोज 10 कप चाय पी लेता है।
- चाय में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो उम्र बढ़ने से आपकी रक्षा करते हैं।
- खाली पेट ब्लैक टी पीने से पेट फूलता है तथा एसिडिटी और अपच हो सकती है।
- खाली पेट चाय पीने से आपकी भूख प्रभावित होती है या फिर भूख लगना ही बंद हो जाती है। ऐसा होने पर आप जरूरी पोषण से वंचित रह सकते हैं।
- चाय अगर अत्यधिक उबाली गई हो तो अधिक नुकसानदायक हो जाती है।
- स्ट्रांग टी पीने से अल्सर होने का खतरा बढ़ता है।
- दिन में 4-5 कप्स चाय पीने से पुरुष में प्रोस्टेट कैंसर की आशंका बढ़ जाती है।
- ऑस्ट्रेलिया में हुए एक शोध के हिसाब से चाय पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। चाय में केचेटिन नई बोन बनाने में मदद करता है।
- टी बैग्स का इन्वेंशन गलती से हुआ था।
- अमेरिका के एक व्यापारी थॉमस सुलिवन ने चाय के सैंपल सिल्क बैग में डालकर ग्राहक को भेजे। ग्राहक ने गलती से पूरा सिल्क बैग ही गरम पानी में डाल दिया। जब सुलिवन को अपनी इस गलती का फायदा मिलने लगा तो उससे टी को बैग्स में डालकर बेचना शुरू किया।
- चाय में एक 'एल-थेनाइन' नाम का इंग्रेडिएंट होता है, जो आपके ब्रेन पॉवर को बढ़ाने में मदद करता है, स्ट्रेस कम करता है, बुद्धि विकास करता है और आपको कुछ देर तक नींद नहीं लगने देता।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कैसे हुई अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस की शुरुआत ? (हिंदी) khabar.ndtv.com। अभिगमन तिथि: 20 दिसंबर, 2020।
- ↑ चाय से जुड़ी 25 रोचक बातें (हिंदी) hindi.webdunia.com। अभिगमन तिथि: 20 दिसंबर, 2020।
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