अमरकूट रीवा से 97 मील दूर एक पहाड़ी है जो अमरकंटक का ही एक भाग है।
- अमरकूट गहन वनों से आच्छादित है।
- कई विद्वानों का मत है कि मेघदूत[1] में वर्णित आम्रकूट यही है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 30| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
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