ऋषिकुण्ड भागलपुर से 28 मील (लगभग 44.8 कि.मी.) पश्चिम की ओर स्थित है।
- कहा जाता है कि ऋष्यश्रृंग का आश्रम इसी स्थान पर था।
- यहाँ प्रति तीसरे वर्ष इनके नाम से मेला लगता है।
- श्रृंग ऋषि की कथा का उल्लेख, रामायण, महाभारत, पुराणों तथा बौद्ध जातकों में है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 107| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार