एन. पी. मिश्रा
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नरेन्द्र प्रसाद मिश्रा (अंग्रेज़ी: Narendra Prasad Mishra) भोपाल, मध्य प्रदेश के चिकित्सक थे। वह गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन रहे थे। उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई भी गांधी मेडिकल कॉलेज से ही की थी। फिर कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रमुख बने। उन्हें चिकित्सकीय जगत के भीष्म पितामह और चिकित्सकों का संरक्षक माना जाता था। भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री, 2022 से सम्मानित किया था।
- डॉ. नरेन्द्र प्रसाद मिश्रा ने कार्डियोलॉजी पर एक किताब लिखी थी, जो डीएम कार्डियोलॉजी के छात्र पढ़ते हैं। इस किताब का नाम प्रोग्रेस एंड कार्डियोलॉजी है। इसका विमोचन तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा और ब्रिटेन के युवराज के हाथों किया गया था।
- डॉ. मिश्रा ने लाखों मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया और हजारों की संख्या में अच्छे डॉक्टर तैयार किए।
- उनका जीवन बहुत निष्पक्ष और स्पष्टवादी रहा। वह हमेशा डॉक्टरों और छात्रों के प्रति संवेदनशील रहते थे।
- उन्होंने भोपाल गैस त्रासदी में पीड़ितों की सेवा के लिए उल्लेखनीय काम किया था।
- त्रासदी के समय नरेन्द्र प्रसाद मिश्रा ने अपनी सूझबूझ का परिचय दिया था। उन्होंने कम समय में ऐसी व्यवस्था जमाई कि 10 हजार 7 सौ पीड़ितों का हमीदिया में इलाज संभव हो सकता। रात दिन काम करके राहत पहुंचाई थी।
- सन 1992 में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिसिन ने उन्हें प्रतिष्ठित सर्वोच्च सम्मान 'डॉ. बीसी राय अवार्ड' से अलंकृत किया था।
- सन 1995 में एसोसिएशन आफ फिजीशियंस ऑफ इंडिया ने नरेन्द्र प्रसाद मिश्रा को 'गिफ्टेड टीचर अवार्ड' से सम्मानित किया।
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