डॉ. सुब्बन्ना अय्यप्पन (अंग्रेज़ी: Dr. Subbanna Ayyappan) भारत के जानेमाने जलीय कृषि वैज्ञानिक हैं जो भारत की नीली क्रांति को शक्ति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कर्नाटक के सुब्बन्ना अय्यप्पन को हाल ही में विज्ञान और इंजीनियरिंग में उनके योगदान के लिये भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया है।
- डॉ. सुब्बन्ना अय्यप्पन फसल और पर्यावरण वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने बैंगलोर विश्वविद्यालय से पीएचडी की है और मैंगलोर में मत्स्य पालन कॉलेज से मछली उत्पादन और प्रबंधन में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
- उन्होंने मत्स्य पालन, लिम्नोलॉजी और जलीय सूक्ष्म जीव विज्ञान पर शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
- वह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व निदेशक और इम्फाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के चांसलर हैं।
- सुब्बन्ना अय्यप्पन कर्नाटक विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी (केएसटीए) के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
- वह परिषद का नेतृत्व करने वाले पहले गैर-फसल वैज्ञानिक रहे, जिन्होंने कॉलेज ऑफ फिशरीज, मंगलुरु में स्नातक और मास्टर डिग्री प्राप्त की और बैंगलोर विश्वविद्यालय से पीएचडी की।
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