बोपदेव संस्कृत का एक प्रसिद्ध वैयाकरणाचार्य और कवि था। उसे यादव नरेशों का संरक्षण प्राप्त था। उसकी संस्कृत व्याकरण की एक प्रसिद्ध कृति ‘मुग्धबोध’ है, जिसे संस्कृत व्याकरण का मानक ग्रंथ माना जाता है।