राष्ट्रीय उद्यान
राष्ट्रीय उद्यान प्राकृतिक और अर्द्ध प्राकृतिक स्थान जहाँ जानवरों को संरक्षित रखा जाता है। भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान सन 1936 में हेली नेशनल पार्क था जिसका नाम अब जिम कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया है। वैसे तो अपनी प्राकृतिक समरसता की वजह से देश के राष्ट्रीय उद्यान किसी न किसी वजह से चर्चा में रहते ही हैं, पर असम का मानस राष्ट्रीय उद्यान इन दिनों इसलिए सुर्खियों में है, क्योंकि यहाँ राइनो विजन 2020 का विस्तार किया जा रहा है। इसके तहत असम के ही काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से एक सींग वाले चार गैंडों को यहाँ लाया गया है। देश के कुछ प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों पर एक नज़र डालते हैं।
मानस राष्ट्रीय उद्यान
यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल असम का यह राष्ट्रीय उद्यान देश का चर्चित टाइगर और एलीएंट रिजर्व भी है। इसका नाम मानस उद्यान के पश्चिम से बहने वाली मानस नदी के नाम से पड़ा है, जो ब्रह्मपुत्र की सहायक नदी है। एक सींग का गैंडा, बारहसिंगा, बाघ, हाथी के अतिरिक्त यहाँ कई अन्य दुर्लभ जीव-जंतु भी पाए जाते हैं।
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
मध्य प्रदेश में स्थित यह उद्यान बंगाल टाइगर की वजह से पूरी दूनिया में प्रसिद्ध है।
बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान
कर्नाटक का यह राष्ट्रीय उद्यान प्रमुख टाइगर रिजर्व में गिना जाता है। बंगाल टाइगर के अतिरिक्त हज़ारों हाथियों का भी यह आशियाना है।
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
भरतपुर पक्षी विहार के रूप में चर्चित यह उद्यान राजस्थान का गौरव है। यहाँ सर्दी के मौसम में हजारों दुर्लभ पक्षियों को देखा जाता है, जिसमें अफ़ग़ानिस्तान, चीन, साइबेरिया आदि की पक्षी प्रमुख है।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
देश के बहतरीन पार्कों में शुमार कान्हा 1955 में राष्ट्रीय उद्यान बना। यह मध्य प्रदेश में स्थित है। वैसे तो यह टाइगर रिजर्व भी है, पर यहाँ की उपलब्धि है स्वैंप डीयर (एक दुर्ल्भ बारहसिंघा), जिसे कठिन प्रयासों के बाद सुरक्षित रखा जा सका है। रुडयार्ड किपलींग को जंगल बुक लिखने की प्रेरणा इसी पार्क से मिली।
रणथंबौर राष्ट्रीय उद्यान
उत्तर भारत के बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में गिना जाने वाला यह पार्क राजस्थान का गौरव है। 392 वर्ग किलोमीटर में फैले इस पार्क में अधिक संख्या में बनयान (बरगद) के पेड़ दिखते हैं।
जीम कार्बेट नेशनल पार्क
उत्तराखण्ड में स्थित यह पार्क देश के पुराने राष्ट्रीय उद्यानों में गिना जाता है। 1921 में इस राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
असम का यह राष्ट्रीय उद्यान विश्व धरोहर सूची में शामिल है। यहाँ एक सिंग वाले गैंडों की बहुतायत है, जो इस अन्य उद्यानों से विशेष बनाती है।
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान
उत्तराखण्ड के नंदा देवी के शिखर पर स्थित यह पार्क 1982 में राष्ट्रीय उद्यान बना। इस क्षेत्र के अंतर्गत फूलों की घाटी है, जहाँ किस्म-किस्म के फूलों की छटा बिखरी हुई है।
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान
नेपाल से अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाता यह पार्क उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसे 1977 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया। 680 वर्ग किलोमीटर में फैला यह पार्क टाइगर रिजर्व भी है।
सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान
पश्चिम बंगाल में स्थित यह राष्ट्रीय उद्यान 400 से अधिक बाधों का आशियाना है, जिसमें रॉयल बंगाल टाइगर प्रमुख है। मैनग्रोव जंगल से घिरा यह क्षेत्र नमकीन पानी में रहने वाले मगरमच्छ, जंगली बिल्ली, तेंदुआ आदि का भी घर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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