वर्षा वन अनुसंधान संस्थान असम के जोरहाट में स्थित है। यह 'भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद' (भा.वा.अ.शि.प.), देहरादून के संघटक संस्थानों में से एक है। संस्थान भारत के उत्तर-पूर्व क्षेत्र की वानिकी संबंधित अनुसंधान तथा विस्तार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए 1988 में अस्तित्व में आया था। संस्थान वानिकी अनुसंधान के सभी विषयों को शामिल करता है।
उद्देश्य
हाल ही में संस्थान के अधीन आइजोल, मिजोरम में बांस तथा बेंत के लिए उन्नत अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई थी। इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य अपने आप को 'बांस के लिए श्रेष्ठ केंद्र' के रूप में विकसत करना है।[1]
संस्थान के अधिदेश
- प्राकृतिक पुनर्जनन पर प्रभाव सहित वन पारितंत्र संरक्षण।
- बदलते हुए कृषि के क्षेत्रों का प्रबंधन।
- सांझा वनों का प्रबंधन।
- पारि पुनरूद्धार के लिए रोपण कार्यप्रणालियाँ।
- बांस तथा बेंत का संरक्षण तथा धारणीय प्रबंधन।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ वर्षा वन अनुसंधान संस्थान (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 16 सितम्बर, 2013।
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