अशोक चह्वाण

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अशोक चह्वाण
अशोक चह्वाण
अशोक चह्वाण
पूरा नाम अशोक शंकरराव चह्वाण
जन्म 28 अक्टूबर, 1958
जन्म भूमि मुम्बई, महाराष्ट्र
अभिभावक पिता- शंकरराव चह्वाण, माता- कुसुम चह्वाण
पति/पत्नी अमिता
संतान दो पुत्री- श्रीजया और सुजया
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ
पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पद भूतपूर्व मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र-8 दिसंबर, 2008 से 15 अक्टूबर, 2009 तक

फिर 7 नवंबर, 2009 से 9 नवंबर, 2010 तक

शिक्षा मास्टर डिग्री (बिजनेस मैनेजमेंट)
अन्य जानकारी साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद अशोक चह्वाण को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला।
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अशोक शंकरराव चह्वाण (अंग्रेज़ी: Ashok Shankarrao Chavan, जन्म- 28 अक्टूबर, 1958, मुम्बई, महाराष्ट्र) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ हैं। वह भारत की सोलहवीं लोक सभा के सांसद रहे हैं। वर्ष 2014 के चुनावों में वे महाराष्ट्र के नांदेड़ से निर्वाचित हुए। अशोक चह्वाण दो बार, 8 दिसंबर, 2008 से 15 अक्टूबर, 2009 तक और फिर 7 नवंबर, 2009 से 9 नवंबर, 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके पिता शंकरराव चह्वाण भी महाराष्ट्र में दो बार मुख्यमंत्री रहे। राज्य के इतिहास में यह पहली जोड़ी है जिसमें पिता-पुत्र दोनों मुख्यमंत्री चुने गए।

परिचय

अशोक शंकरराव चह्वाण का जन्म 28 अक्टूबर, 1958 को हुआ था। वह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चह्वाण और कुसुम चह्वाण के पुत्र हैं। उन्होंने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। अशोक चह्वाण ने विज्ञान में स्नातक किया और बिजनेस मैनेजमेंट में मास्टर की हासिल की। उनके पिता शंकरराव चह्वाण महाराष्ट्र में दो बार मुख्यमंत्री भी रहे हैं। राज्य के इतिहास यह पहली जोड़ी है जिसमें पिता-पुत्र दोनों मुख्यमंत्री चुने गए। 14 मई, 1982 को अशोक चह्वाण ने अमिता से विवाह किया। अमिता भोकर निर्वाचन क्षेत्र से महाराष्ट्र विधानसभा की वर्तमान सदस्य हैं, जिसका प्रतिनिधित्व स्वयं शंकरराव चह्वाण और अशोक चह्वाण कर चुके हैं। अशोक चह्वाण और अमिता की जुड़वां बेटियां हैं जिनका नाम श्रीजया और सुजया है।

अशोक चह्वाण ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव बनकर राजनीति में प्रवेश किया। वह साईं सेवाभावी ट्रस्ट नांदेड़ के अध्यक्ष हैं, जो एक धर्मार्थ स्वैच्छिक संगठन है। अपने राजनीतिक जीवन के दौरान उन्होंने विलासराव देशमुख सरकार में सांस्कृतिक मामलों, उद्योग, खान और प्रोटोकॉल मंत्री के रूप में कार्य किया।[1]

राजनीतिक शुरुआत

अशोक चह्वाण ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। साल 1987 में वह नांदेड़ लोकसभा सीट से पहली बार सांसद का चुनाव जीते। साल 1992 में विधान परिषद के सदस्य बने। 1993 में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बने। फिर 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव रहे। साल 2003 में विलासराव देशमुख सरकार में मंत्री बने।

मुख्यमंत्री

सन 1987 में पहली बार संसद पहुंचने वाले अशोक चह्वाण भी दो बार लोकसभा सांसद, दो बार मुख्यमंत्री और तीन बार विधायक रह चुके हैं। अशोक चह्वाण 8 दिसंबर, 2008 से 9 नवंबर, 2010 तक मुख्यमंत्री रहे। लेकिन आदर्श हाउसिंग सोसाइटी मामले के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। उससे पहले वह महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख सरकार में उद्योग, खनन और दूसरे विभाग संभाल चुके हैं।

साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख ने इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद अशोक चह्वाण को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। इसके बाद 2009 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अशोक चह्वाण फिर से मुख्यमंत्री बने। खास बात ये है कि उस वक्त केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के कद्दावर नेता सुशील कुमार शिन्दे भी सीएम पद की रेस में थे। इसके बावजूद कांग्रेस आलाकमान की पहली पसंद बने अशोक चह्वाण की सियासी हैसियत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। हालांकि सहयोगी एनसीपी लगातार गैर-मराठा नेतृत्व का दबाव बढ़ा रहा था।[1]

पद से इस्तीफा

अशोक चह्वाण के हाथ में सत्ता ज्यादा दिन ठहर नहीं सकी। आदर्श हाउसिंग सोसाइटी मामले के बाद इस्तीफे के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं उनके पास नहीं था। इस तरह महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अशोक चह्वाण का सफर खत्म हुआ और उनकी जगह पृथ्वीराज चह्वाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। लेकिन अशोक चह्वाण की राजनीति का अंत नहीं हुआ था। 2014 में मोदी लहर के बावजूद अशोक चह्वाण ने नांदेड़ लोकसभा सीट से भारी मतों से चुनाव जीता। लेकिन साल 2019 में वह नांदेड़ की सीट से बीजेपी के उम्मीदवार प्रतापराव पाटिल चिखलिकर से हार गए।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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