असित सेन
| |
पूरा नाम | असित सेन |
जन्म | 13 मई, 1917 |
जन्म भूमि | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 18 सितम्बर, 1993 |
पति/पत्नी | मुकुल सेन |
कर्म भूमि | मुम्बई |
कर्म-क्षेत्र | सिनेमा जगत |
मुख्य फ़िल्में | '20 साल बाद', 'चांद और सूरज', 'भूत बंगला', 'नौनिहाल', 'ब्रह्मचारी', 'यकीन और आराधना', 'प्यार का मौसम', 'पूरब और पश्चिम' आदि |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | असित सेन ने 200 से अधिक बॉलीवुड फ़िल्मों में हास्य और चरित्र अभिनेता का किरदार निभाकर अपने अभिनय की अलग पहचान बनाई। |
असित सेन (अंग्रेज़ी: Asit Sen, जन्म: 13 मई, 1917, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश; मृत्यु: 18 सितम्बर, 1993) हिंदी सिनेमा के कॉमेंडी किंग कहे जाते थे। उन्होंने चार दशक तक बॉलीवुड पर चरित्र अभिनेता और हास्य कलाकार के रूप में अपनी खास पहचान बनाकर दर्शकों को अपनी अदाओं से लोट-पोट होने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने 200 से अधिक बॉलीवुड फ़िल्मों में हास्य और चरित्र अभिनेता का किरदार निभाकर अपने अभिनय की अलग पहचान बनाई। असित सेन ने बांग्ला फ़िल्म 'अमानुष' और 'आनंद आश्रम' सहित अनुसंधान में भी काम किया।[1]
परिचय
असित सेन का जन्म 13 मई, 1917 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में हुआ था। उन्हें फोटोग्राफी का बहुत शौक था, इसलिए उन्होंने गोरखपुर में सेन फोटो स्टूडियो खोला। असित सेन की पत्नी का नाम मुकुल सेन था, जो कोलकाता की रहने वाली थीं। यहीं पर उनकी तबियत खराब हुई। वह पत्नी को इलाज के लिए बॉम्बे लेकर गए, लेकिन कुछ ही माह के बाद उनकी मौत हो गयी।
कॅरियर
असित सेन ने अपने अभिनय की शुरुआत दुर्गाबाड़ी में चलने वाले कई बांग्ला नाटकों में अभिनय से किया। सन 1950 में वह कोलकाता अपने ससुराल गए थे। वहां पर उन्हें एक नाटक कंपनी में एक रोल मिल गया। जब वह प्ले हुआ तो फ़िल्म निर्देशक विमल रॉय उनके अभिनय ने उन्हें खासा प्रभावित हुए और वह उन्हें लेकर मुंबई चले गए।
प्रमुख फ़िल्में
असित सेन ने 200 से अधिक फ़िल्मों में काम किया। जिसमें उनकी 1963 में बनी फ़िल्म 'चांद और सूरज', 1965 में 'भूत बंगला', 1967 में 'नौनिहाल', 1968 में 'ब्रह्मचारी', 1969 में 'यकीन और आराधना', 'प्यार का मौसम', 1970 में 'पूरब और पश्चिम', 'दुश्मन', 'मझली दीदी', 'बुड्ढा मिल गया' जैसी फ़िल्मों में अभिनय किया। 1971 में 'मेरा गांव मेरा देश', 'आनंद', 'दूर का राही', 'अमर प्रेम' जैसी यादगार फ़िल्मों में अभिनय किया। 1972 में 'बॉन्बे टू गोवा', 'बालिका वधू', 1976 में 'बजरंग बली', 1977 में 'आनंद' आश्रम सहित 200 से अधिक फ़िल्मों में अपने हास्य अभिनय और चरित्र किरदार का लोहा मनवाया।
हास्य कलाकार टुनटुन, जीतेंद्र, राजेश खन्ना, संजीव कुमार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से उनका खासा दोस्ताना रहा। यह सभी उनके काफी करीब रहे। इनके साथ उन्होंने कई यादगार फ़िल्मों में काम भी किया। असित सेन हास्य अभिनेता के साथ एक सरल हृदय इंसान भी थे।
मृत्यु
असित सेन की मृत्यु 18 सितंबर, 1993 को 76 साल की उम्र में हुयी।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख