रणधीर कपूर
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पूरा नाम | रणधीर राज कपूर |
जन्म | 15 फ़रवरी, 1947 |
जन्म भूमि | मुम्बई, महाराष्ट्र |
अभिभावक | माता- राजकपूर
पिता- कृष्णा कपूर |
पति/पत्नी | बबिता कपूर |
संतान | करिश्मा कपूर, करीना कपूर |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | हिंदी सिनेमा |
मुख्य फ़िल्में | 'कल आज और कल', 'जवानी दिवानी', 'रामपुर का लक्ष्मण', 'हमराही', 'पोंगा पंडित', 'मामा भांजा', 'कस्मे वादे' और 'हाथ की सफाई' आदि। |
प्रसिद्धि | अभिनेता |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | रणधीर कपूर ने 1975 में 'धर्म कर्म' जैसी फिल्म का निर्देशन किया, जो यह नाकाम रही। सन 1991 में फिल्म 'हिना' का निर्देशन इनके द्वारा किया गया जो की सुपर हिट रही। |
अद्यतन | 12:39, 11 फ़रवरी 2021 (IST)
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रणधीर राज कपूर (अंग्रेज़ी: Randhir Raj Kapoor, जन्म- 15 फ़रवरी, 1947, मुम्बई, महाराष्ट्र) हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेताओं में से एक हैं। पृथ्वीराज कपूर के पोते और राज कपूर के बेटे रणधीर कपूर ने बॉलीवुड में बतौर बाल कलाकार के तौर पर डेब्यू किया था। राज कपूर की फिल्म 'श्री 420' में रणधीर कपूर बाल कलाकार के तौर पर नजर आए थे। साल 1971 में आई फिल्म 'कल आज और कल' से उन्होंने बड़े पर्दे पर मेन लीड से एंट्री की थी। रणधीर कपूर के फिल्मों की बात करें तो उन्होंने 'कल आज और कल' (1971), 'जवानी दिवानी' (1972), 'रामपुर का लक्ष्मण' (1972), 'हमराही' (1974), 'पोंगा पंडित' (1975), 'मामा भांजा' (1977), 'कस्मे वादे' (1978) और 'हाउसफुल' (2012) जैसी फिल्में कीं। कपूर खानदान भारतीय सिनेमा जगत में सबसे संपन्न और कामयाब माना जाता है और रणधीर भी इसी लिस्ट में शामिल हैं।
परिचय
रणधीर कपूर का जन्म 15 फ़रवरी, 1947 को महाराष्ट्र के बॉम्बे शहर (वर्तमान मुम्बई) में हुआ था। वह बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राज कपूर और कृष्णा कपूर के सबसे बड़े बेटे हैं। सन 1972 में इन्होंने उस समय की प्रसिद्ध अभिनेत्री बबिता से शादी कर ली। इनकी दो बेटियां करीना कपूर और करिश्मा कपूर हैं। इनकी दोनोंं बेटियां बॉलीवुड में अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं। एक तनावपूर्ण रिश्ते के कारण रणधीर कपूर और बबिता दोनों एक दूसरे से अलग हो गये थे।[1]
कॅरियर
सन 1971 में रणधीर कपूर की पहली फिल्म 'कल आज और कल' के साथ वह सिनेमा में दिखाई दिए और यह फिल्म सुपर हिट गई। इस फिल्म में कपूर परिवार की तीन पीढ़ियां, जैसे- दादा पृथ्वीराज कपूर, पिता राज कपूर और रणधीर कपूर सहित उपस्थित थीं।
इस फिल्म के बाद निर्देशक मनमोहन देसाई द्वारा निर्मित 'रामपुर का लक्ष्मण', जिसमें शत्रुघ्न सिन्हा और रेखा शामिल थे एवं जया बच्चन के साथ 'जवानी दिवानी', दोनों फिल्में सुपरहिट रहीं। रणधीर कपूर की कुछ अन्य प्रसिद्ध फिल्मों में 'मामा भांजे', 'चाचा भतीजे', 'खलीफा', 'हाथ की सफाई', 'कस्में वादे', 'बीवी ओ बीवी' और 'पुकार' शामिल हैं।
एक अभिनेता के रूप में रणधीर कपूर सामान्य तरीके से सफल रहे। रणधीर कपूर ने 'खजाना' फिल्म के बाद 15 सालों तक फिल्मों में काम करना बंद कर दिया और फिल्मों के निर्माण एवं निर्देशन के कार्यों में स्वंय को व्यस्त कर लिया। सन 1999 में फिल्म 'मदर' के साथ वापसी की इसके बाद 2003 में फिल्म 'अरमान' में काम करने के बाद इन्होंने फिर कभी फिल्मों में कार्य नहीं किया।[1]
रणधीर कपूर ने 1975 में 'धर्म कर्म' जैसी फिल्म का निर्देशन किया लेकिन यह नाकाम रही। सन 1991 में फिल्म 'हिना' का निर्देशन इनके द्वारा किया गया जो की सुपर हिट गई, इस फिल्म में अभिनेता ऋषि कपूर और पाकिस्तानी अभिनेत्री जेबा बख्तियार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। 1985 में उन्होंने फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' का नर्माण किया, जिसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरष्कार भी जीता।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 रणधीर कपूर का जीवन परिचय (हिंदी) mapsofindia.com। अभिगमन तिथि: 11 फ़रवरी, 2020।
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