"आज मदहोश हुआ जाए रे -गोपालदास नीरज": अवतरणों में अंतर
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 43: | पंक्ति 43: | ||
शरारत करने को ललचाये रे, मेरा मन मेरा मन मेरा मन | शरारत करने को ललचाये रे, मेरा मन मेरा मन मेरा मन | ||
ये, यहाँ | ये, यहाँ हमें ज़माना देखे, | ||
आओ चलो | आओ चलो कहीं छुप जाए | ||
भीगा भीगा नशीला दिन है, | भीगा भीगा नशीला दिन है, | ||
कैसे कहो प्यासे रह पाये, | कैसे कहो प्यासे रह पाये, |
12:35, 15 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||
|
आज मदहोश हुआ जाए रे, मेरा मन मेरा मन मेरा मन |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख