"यौवन का पागलपन -माखन लाल चतुर्वेदी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - " गरीब" to " ग़रीब") |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
|मृत्यु=[[30 जनवरी]], 1968 ई. | |मृत्यु=[[30 जनवरी]], 1968 ई. | ||
|मृत्यु स्थान= | |मृत्यु स्थान= | ||
|मुख्य रचनाएँ=कृष्णार्जुन युद्ध, हिमकिरीटिनी, साहित्य देवता, हिमतरंगिनी, माता, युगचरण, समर्पण, वेणु लो गूँजे धरा, अमीर इरादे, | |मुख्य रचनाएँ=कृष्णार्जुन युद्ध, हिमकिरीटिनी, साहित्य देवता, हिमतरंगिनी, माता, युगचरण, समर्पण, वेणु लो गूँजे धरा, अमीर इरादे, ग़रीब इरादे | ||
|यू-ट्यूब लिंक= | |यू-ट्यूब लिंक= | ||
|शीर्षक 1= | |शीर्षक 1= | ||
पंक्ति 36: | पंक्ति 36: | ||
सपना है, जादू है, छल है ऐसा | सपना है, जादू है, छल है ऐसा | ||
पानी पर बनती-मिटती रेखा-सा, | पानी पर बनती-मिटती रेखा-सा, | ||
मिट-मिटकर | मिट-मिटकर दुनिया देखे रोज़ तमाशा। | ||
यह गुदगुदी, यही बीमारी, | यह गुदगुदी, यही बीमारी, |
09:17, 12 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
| ||||||||||||||||||
|
हम कहते हैं बुरा न मानो, यौवन मधुर सुनहली छाया। |
संबंधित लेख |