"कार्टोसैट-2बी उपग्रह": अवतरणों में अंतर
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'''कार्टोसैट-2बी''' भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह | '''कार्टोसैट-2बी''' भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह श्रृंखला (आईआरएस) में सत्रहवाँ उपग्रह है। कार्टोसैट-2बी अपने पूर्ववर्तियों 'कार्टोसैट-2' और '2ए' के समान ही एक पैन्क्रोमैटिक कैमरा (पैन) वहन करता है। यह 9.6 कि.मी.प्रमार्ज (भौगोलिक पट्टिका) की तस्वीरें एक मीटर से बेहतर विभेदन के साथ लेने में सक्षम है। कार्टोसैट-2बी के पैन द्वारा भेजे गए दृश्य विशिष्ट स्थान प्रतिबिंबिकी मानचित्रकला तथा दूसरे कई अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी हो सकता है। अत्यधिक कुशल कार्टोसैट-2बी त्रिविम प्रतिबिंबिकी और चार से पांच दिन की पुनरागमन के साथ ट्रैक के साथ ±26<sup>o</sup> और साथ ही आर-पार संचालनीय है। | ||
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11:34, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
कार्टोसैट-2बी भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह श्रृंखला (आईआरएस) में सत्रहवाँ उपग्रह है। कार्टोसैट-2बी अपने पूर्ववर्तियों 'कार्टोसैट-2' और '2ए' के समान ही एक पैन्क्रोमैटिक कैमरा (पैन) वहन करता है। यह 9.6 कि.मी.प्रमार्ज (भौगोलिक पट्टिका) की तस्वीरें एक मीटर से बेहतर विभेदन के साथ लेने में सक्षम है। कार्टोसैट-2बी के पैन द्वारा भेजे गए दृश्य विशिष्ट स्थान प्रतिबिंबिकी मानचित्रकला तथा दूसरे कई अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी हो सकता है। अत्यधिक कुशल कार्टोसैट-2बी त्रिविम प्रतिबिंबिकी और चार से पांच दिन की पुनरागमन के साथ ट्रैक के साथ ±26o और साथ ही आर-पार संचालनीय है।
मिशन | सुदूर संवेदन |
भार | 694 कि.ग्रा. (उत्थापन के समय द्रव्यमान) |
ऑनबोर्ड कक्षा | 930 वाट्स |
स्थिरीकरण | अभिक्रिया चक्र, चुंबकीय टॉर्कित्र और हाइड्राजीन थ्रस्टरों का उपयोग करते हुए तारा संवेदकों और घूर्णाक्षों के निवेश पर आधारित स्थिरीकृत 3-अक्षीय पिंड |
नीतभार | पैन्क्रोमैटिक कैमरा |
प्रमोचन दिनांक | 12 जुलाई, 2010 |
प्रमोचन स्थल | शार केंद्र, श्रीहरिकोटा, भारत |
प्रमोचन यान | पीएसएलवी-सी15 |
कक्षा | 630 कि.मी, ध्रुवीय सूर्य तुल्यकाली |
आनति | 97.71º |
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