"विश्वभारती विश्वविद्यालय": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
छो (श्रेणी:नया पन्ना (को हटा दिया गया हैं।)) |
|||
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
[[पश्चिम बंगाल]] के जुड़वा शहर | [[पश्चिम बंगाल]] के जुड़वा शहर [[शान्ति निकेतन]] और श्रीनिकेतन में बसा यह विश्वविद्यालय आज भी [[गुरुकुल]] [[संस्कृति]] की मिसाल है। क़रीब 150 एकड़ में फैले विश्वभारती विश्वविद्यालय की नींव 1901 में [[रवींद्रनाथ टैगोर|गुरुवर रवींद्रनाथ]] ने एक स्कूल के रूप में रखी थी। इसकी स्थापना के पीछे गुरुदेव की सोच ऐसे शिक्षण संस्थान बनाने की थी, जहाँ पूरी दुनिया की शिक्षा मिल सके।<ref>{{cite web |url=http://blog.eduployment.in/2010/10/blog-post_4137.html |title=विश्व भारती विश्वविद्यालय विश्व धरोहर बनने की ओर |accessmonthday=29 जून |accessyear=2011 |last= |first= |authorlink= |format=एच.टी.एम.एल |publisher=भाषा, शिक्षा और रोज़गार |language=}} </ref> | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
[[Category:विश्वविद्यालय]] | [[Category:विश्वविद्यालय]] | ||
[[Category:शिक्षा कोश]] | [[Category:शिक्षा कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:20, 26 नवम्बर 2011 के समय का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
पश्चिम बंगाल के जुड़वा शहर शान्ति निकेतन और श्रीनिकेतन में बसा यह विश्वविद्यालय आज भी गुरुकुल संस्कृति की मिसाल है। क़रीब 150 एकड़ में फैले विश्वभारती विश्वविद्यालय की नींव 1901 में गुरुवर रवींद्रनाथ ने एक स्कूल के रूप में रखी थी। इसकी स्थापना के पीछे गुरुदेव की सोच ऐसे शिक्षण संस्थान बनाने की थी, जहाँ पूरी दुनिया की शिक्षा मिल सके।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विश्व भारती विश्वविद्यालय विश्व धरोहर बनने की ओर (एच.टी.एम.एल) भाषा, शिक्षा और रोज़गार। अभिगमन तिथि: 29 जून, 2011।