"प्रयोग:नवनीत6": अवतरणों में अंतर
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{{ | {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} | ||
{{इतिहास सामान्य ज्ञान नोट}} | |||
{{इतिहास सामान्य ज्ञान}} | |||
| | {| class="bharattable-green" width="100%" | ||
|- | |||
| | | valign="top"| | ||
| | {| width="100%" | ||
| | | | ||
| | <quiz display=simple> | ||
| | {'पेरिप्लस मैरिस एरिथ्रियन सी' के लेखक को पादौक के रूप में ज्ञात बन्दरगाह कौन-सा था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-757 | ||
|type="()"} | |||
+[[अरिकमेडु]] | |||
-[[ताम्रलिप्ति]] | |||
-कोकाई | |||
-बारबैरिकम | |||
{ईसा की प्रारंभिक शताब्दियों में भारतीय और पश्चिमी व्यापारियों का सबसे बड़ा व्यापारिसंगम-स्थल कौन था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-758 | |||
|type="()"} | |||
-देडेसिया | |||
+एलेक्जेंड्रिया या सिकन्दरिया | |||
| | -तक्षशिला | ||
-पालमायरा | |||
= | |||
{[[भारत]] में हिन्द-यूनानी शासन की स्थापना से पूर्व सिक्कों का प्रसारण किसके द्वारा किया जाता था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-759 | |||
|type="()"} | |||
-शासकों | |||
-व्यक्तिगत व्यापारियों | |||
-व्यापारिक निगमों | |||
+उपर्युक्त सभी | |||
{सर्वाधिक संख्या में रोमन सिक्के कहाँ से पाए गए हैं? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-760 | |||
|type="()"} | |||
-[[केरल]] | |||
-[[तमिलनाडु]] | |||
+उपर्युक्त दोनों | |||
-[[पश्चिम बंगाल|पश्चिमी बंगाल]] | |||
{वह कौन प्रथम भारतीय शासक था, जिसने रोमन मुद्रा प्रणाली के अनुरूप अपने सिक्कों का प्रसारण किया? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-761 | |||
|type="()"} | |||
-शुंग | |||
-हिन्द-यूनानी | |||
+[[कुषाण]] | |||
-[[गुप्तवंश]] | |||
{[[उत्तर भारत]] के किस नगर को सर्वोत्तम रेशम उत्पादन केन्द्र माना जाता था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-762 | |||
|type="()"} | |||
-[[तक्षशिला]] | |||
-[[पाटलिपुत्र]] | |||
-[[कौशाम्बी]] | |||
+[[वाराणसी]] | |||
{एक प्राचीन भारतीय राजवंश के शासकों ने उसके साम्राज्य में निवास करने वाले विभिन्न [[धर्म|धर्मों]] के लोगों द्वरापूजित 35 [[देवी]]-[[देवता|देवताओं]] की आकृतियों को अपने सिक्के पर अंकित कराया। उक्त राजवंश था: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-218,प्रश्न-763 | |||
|type="()"} | |||
-[[मौर्य वंश|मौर्य]] | |||
-शक | |||
+[[कुषाण वंश|कुषाण]] | |||
-[[गुप्त राजवंश|गुप्त]] | |||
{[[भारत]] और पश्चिम एशिया के मध्य मुख्यत: स्थल मार्ग कहाँ से गुजरता था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-219,प्रश्न-764 | |||
|type="()"} | |||
+[[खैबर दर्रा]] और [[काबुल]] | |||
-खैबर और [[बोलन दर्रा]] | |||
-[[तक्षशिला]], [[पेशावर]] और [[काबुल]] | |||
-[[काबुल]] और [[बामियान]] | |||
{[[मौर्योत्तर काल]] में [[पश्चिम भारत]] में व्यापार का सबसे महत्त्वपूर्ण केन्द्र कौन था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-219,प्रश्न-765 | |||
|type="()"} | |||
-सुपरिक | |||
-कल्याण | |||
-[[चोल]] | |||
+[[भरुकच्छ]] | |||
{'सिन्ध-सौवीर' प्राचीन [[भारत]] में किसलिए प्रसिद्ध था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-219,प्रश्न-766 | |||
|type="()"} | |||
-उत्तम तलवारों एवं कटारों के उत्पादन | |||
+घोड़ों एवं खच्चरों के व्यापार | |||
-ऊनी वस्त्र उद्योग | |||
-चमड़े की वस्तुओं के उत्पादन | |||
{{ | |||
== | |||
{पतंजली के अनुसार [[मथुरा]] वस्त्र उद्योग का मुख्य केन्द्र था, कपड़े की निम्नलिखित कौन-सी किस्म वहाँ उत्पादित होती थी? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-219,प्रश्न-767 | |||
== | |type="()"} | ||
== | -दुकूल | ||
{{ | +सटक | ||
[[ | -क्षौम | ||
-चीनांसुक | |||
{सर्वप्रथम किस गुप्त सम्राट के समय के अभिलेख उत्तरी बंगाल से मिले थे? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-943 | |||
|type="()"} | |||
-[[चंद्रगुप्त प्रथम]] | |||
-[[चंद्रगुप्त द्वितीय]] | |||
+[[कुमारगुप्त प्रथम]] | |||
-[[समुद्रगुप्त]] | |||
{[[गुप्त काल|गुप्तकालीन]] जनपदों की सूची में प्रथम जनपद का सम्मान निम्न में से किसे दिया गया? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-944 | |||
|type="()"} | |||
+[[मालवा]] | |||
-[[मगध]] | |||
-[[प्रयाग]] | |||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | |||
{गुप्त संवत् (319-320) को प्रारंभ करने का श्रेय किसे दिया जाता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-945 | |||
|type="()"} | |||
-श्रीगुप्त | |||
+[[चंद्रगुप्त प्रथम]] | |||
-[[समुद्रगुप्त]] | |||
-कुमारगुप्त | |||
{[[हरिषेण]] किस शासक का दरबारी [[कवि]] था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-946 | |||
|type="()"} | |||
+[[समुद्रगुप्त]] | |||
-[[अशोक]] | |||
-[[कनिष्क]] | |||
-[[चंद्रगुप्त द्वितीय]] | |||
{[[गुप्त काल]] को [[प्राचीन भारत]] का क्लासिकल युग क्यों कहा जाता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-947 | |||
|type="()"} | |||
-व्यापार में अभूतपूर्ण प्रगति के कारण। | |||
+[[कला]] एवं [[साहित्य]] के क्षेत्र के अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँचने के कारण। | |||
-प्रचुर मात्रा में स्वर्ण सिक्के चिलाये जाने के कारण | |||
-उपर्युक्त सभी के कारण | |||
{धन्वंतरी निम्न में से किसके कारण प्रसिद्ध थे: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-948 | |||
|type="()"} | |||
-गणितज्ञ होने के कारण | |||
+[[आयुर्वेद]] के विद्वान एवं चिकित्सक होने के कारण | |||
-[[ज्योतिष]] का प्रसिद्ध विद्वान के कारण | |||
-प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ होने के कारण | |||
{[[गुप्त काल]] का प्रसिद्ध खगोलशास्त्री कौन था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-949 | |||
|type="()"} | |||
-[[भास्कराचार्य]] | |||
-[[वराहमिहिर]] | |||
+[[आर्यभट्ट]] | |||
-[[ब्रह्मगुप्त]] | |||
{[[गुप्त काल]] में [[बुद्ध|भगवान बुद्ध]] की [[काँस्य]] निर्मित प्रतिमा कहाँ से प्राप्त हुई है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-950 | |||
|type="()"} | |||
+[[सुल्तानगंज]] | |||
-[[बोधगया]] | |||
-[[अजंता]] | |||
-[[मथुरा]] | |||
{[[सती प्रथा]] का पहला उल्लेख कहाँ से मिलता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-951 | |||
|type="()"} | |||
-भीतरगांव लेख से | |||
-विलसंड स्तंभलेख से | |||
+एरण अभिलेख से | |||
-भितरी स्तंभलेख से | |||
{[[गुप्त वंश]] के किस शासक ने हूणों को परास्त किया? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-230,प्रश्न-652 | |||
|type="()"} | |||
+[[स्कन्दगुप्त]] | |||
-[[चंद्रगुप्त द्वितीय]] | |||
-[[समुद्रगुप्त]] | |||
-[[रामगुप्त]] | |||
{शतपथ ब्राह्मण में शिव को निम्नलिखित में से किस नाम से जाना जाता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-860 | |||
|type="()"} | |||
-गिरित्र | |||
-कपर्दिन | |||
+सहस्त्राक्ष | |||
-शतरुद्रिय | |||
{[[कालिदास]] के किस [[ग्रंथ]] में प्रत्यभिज्ञा दर्शन का निरूपण हुआ था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-861 | |||
|type="()"} | |||
-[[रघुवंश]] | |||
-[[कुमारसम्भव]] | |||
+[[अभिज्ञान शाकुंतलम्|अभिज्ञान शाकुंतलम]] | |||
-[[मेघदूत]] | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा स्थल 'त्रिमूर्ति' के लिए विख्यात है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-862 | |||
|type="()"} | |||
-[[अजंता]] | |||
-[[एलोरा]] | |||
+एलिफेण्टा | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{[[संगम युग]] में प्रांतों को मंडलम में विभाजित किया गया था और मंडलम का भी उपविभाजन निम्नलिखित में से किसमें हुआ था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-863 | |||
|type="()"} | |||
+नाडु | |||
-कुर्रम | |||
-कोट्टम | |||
-उर | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सी रचना संगम-युगीन मदुराई नगर का सुन्दर वर्णन प्रस्तुत करती है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-864 | |||
|type="()"} | |||
+मणिमेकलै | |||
-[[शिलप्पादिकारम]] | |||
-कुराल अथवा तिरुकुराल | |||
-पत्तप्पाट्टु | |||
{[[संगम युग]] में 'वरियम' शब्द किसका सूचक था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-865 | |||
|type="()"} | |||
-[[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] को अनुदान में दिए गए राजस्व मुक्त ग्राम। | |||
+राजस्व प्रदान करने वाली क्षेत्रीय इकाई। | |||
-भू-राजस्व वसूल करने वाला प्रभारी अधिकारी। | |||
-ग्रामसभाओं की प्रबंधक समिति। | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्र राज्य की आय का एक स्त्रोत नहीं था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-866 | |||
|type="()"} | |||
-राजकीय सम्पत्ति तथा राजकोष | |||
-राज्य व्यापार | |||
-मार्ग-शुल्क और सीमा-शुल्क | |||
+दीवानी मुकदमों पर (स्टाम्प) न्याय-शुल्क | |||
{[[संगम युग]] में [[भारत]] द्वारा आयातित सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण वस्तु क्या थी? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-867 | |||
|type="()"} | |||
+[[सोना]] और [[चाँदी]] | |||
-मृदभाण्ड एवं काँच के बर्तन | |||
-[[मदिरा]] एवं दासियाँ | |||
-[[घोड़ा|घोड़े]] | |||
{निम्नलिखित में कौन-सा राजवंश [[संगम युग|परवर्ती संगम युग]] में चेर राजाओं के साथ निरंतर युद्ध में लगा रहा? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-225,प्रश्न-868 | |||
|type="()"} | |||
-[[चोल राजवंश|चोल]] | |||
+[[पाण्ड्य राजवंश|पाण्ड्य]] | |||
-[[इक्ष्वाकु वंश|इक्ष्वाकु]] | |||
-[[पल्लव]] | |||
{[[संगम युग]] में 'कोडै' क्या था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-913 | |||
|type="()"} | |||
+उपहार प्रदान करने वाली संस्था | |||
-ऊँची भूमि | |||
-रमणीय पर्वतीय स्थल | |||
-जनसभा | |||
{[[संगम युग]] में विनिमय की दर निश्चित नहीं थी, परंतु दो वस्तुओं का आपसी विनियम बराबर मात्रा में होता था, वे वस्तुएँ थी: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-914 | |||
|type="()"} | |||
-[[मछली]] और [[नमक]] | |||
-[[धान]] और [[मछली]] | |||
-[[दाल]] और [[नमक]] | |||
+[[धान]] और [[नमक]] | |||
{आरम्भिक तमिल लेखों पर किन [[भाषा|भाषाओं]] का प्रभाव नहीं था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-915 | |||
|type="()"} | |||
-[[संस्कृत]] | |||
-[[प्राकृत]] | |||
-[[पालि]] | |||
+[[कन्नड़]] | |||
{[[संगम युग]] में 'वेत्वी' का अर्थ था: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-916 | |||
|type="()"} | |||
-पशुओं की चोरी | |||
-पशुओं के लिए युद्ध | |||
+[[गाय]] का हरण | |||
-गाय के लिए युद्ध | |||
{[[संगम युग]] में संगम [[ग्रंथ|ग्रंथों]] में वर्णित नगर 'वसव समुद्र' हैं: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-917 | |||
|type="()"} | |||
+[[मद्रास]] | |||
-[[मदुरै]] | |||
-कावेरीपट्टनम | |||
-मुसिरी | |||
{[[तमिल]] [[काव्य]] में आगम वर्ग की कविताएँ: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-918 | |||
|type="()"} | |||
-प्रेम संबंधी है। | |||
-राजाओं की प्रशंसा में हैं। | |||
-[[प्रकृति]] की प्रशंसा हैं। | |||
+[[शिव|भगवान शिव]] की प्रशंसा में हैं। | |||
{[[गुप्त]] किसके सामंत थे? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-919 | |||
|type="()"} | |||
-[[मौर्य वंश|मौर्यों के]] | |||
+[[कुषाण वंश|कुषाणों के]] | |||
-[[सातवाहन वंश|सातवाहनों के]] | |||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | |||
{[[गुप्त वंश]] का संस्थापक कौन था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-920 | |||
|type="()"} | |||
-[[घटोत्कच गुप्त|घटोत्कचगुप्त]] | |||
-[[चंद्रगुप्त प्रथम|चंद्रगुप्त प्रथम ने]] | |||
+[[श्रीगुप्त]] | |||
-[[रामगुप्त]] | |||
{[[गुप्त वंश]] के किस शासन ने सर्वप्रथम महाधिराज की उपाधि धारण की? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-921 | |||
|type="()"} | |||
-[[श्रीगुप्त |श्रीगुप्त ने]] | |||
+[[चंद्रगुप्त प्रथम|चंद्रगुप्त प्रथम ने]] | |||
-[[घटोत्कच गुप्त|घटोत्कचगुप्त]] | |||
-[[समुद्रगुप्त|समुद्रगुप्त ने]] | |||
{मेहरौली का स्तम्भ लेख किस शासक से संबंधित है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-228,प्रश्न-923 | |||
|type="()"} | |||
+[[चंद्रगुप्त द्वितीय]] | |||
-[[चंद्रगुप्त मौर्य]] | |||
-[[अशोक]] | |||
-[[समुद्रगुप्त]] | |||
{[[गुप्तोत्तर काल]] के बारे में निम्न में से क्या तात्पर्य है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1000 | |||
|type="()"} | |||
-इस [[काल]] में गाँव भी अपनी मुद्रा जारी करने लगे। | |||
-ग्रामीण समुदायों के भूमि संबंधी अधिकारों का ह्रास हुआ। | |||
-एक नये भूमिधर वर्ग का उदय हुआ एवं व्यापार का पतन हुआ। | |||
+राष्ट्रकूटों ने सैनिकों को भूमि अनुदान नहीं दिया। | |||
{किस इतिहासकार ने [[गुप्तोत्तर काल|गुप्तोत्तरकालीन]] सामाजिक, आर्थिक संगठन एवं संरचना के लिए सामंतवाद शब्द का प्रयोग किया? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1001 | |||
|type="()"} | |||
-[[ए. एस. अल्तेकर]] | |||
+[[आर. एस. शर्मा]] | |||
-[[के. पी. जायसवाल]] | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{[[गुप्तोत्तर काल|गुप्तोत्तरकालीन]] भूमि व्यवस्था के बारे में कौन-सा कथन सत्य है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1002 | |||
|type="()"} | |||
-अर्थव्यवस्था कृषि मूलक थी। | |||
-राज सत्ता भू-सम्पत्ति से घनिष्ठ रूप से संबद्ध हो गयी। | |||
-अभिलेखों में सामूहिक स्वामित्व के साक्ष्य प्राप्त होते हैं। | |||
+उपर्युक्त सभी | |||
{[[गुप्त काल]] के 18 करों में वह प्रमुख कर कौन-सा था, जो 16 से 25 प्रतिशत तक वसूला जाता था? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1003 | |||
|type="()"} | |||
-भोग | |||
-भूतवातप्रत्याय | |||
+उद्रंग | |||
-प्रणय | |||
{[[गुप्त काल|गुप्तकालीन]] [[ग्रंथ|ग्रंथों]] में प्रयुक्त "आभ्यांतर सिद्ध" से ध्वनित होता है: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1004 | |||
|type="()"} | |||
+फौजदारी एवं दीवानी मामले | |||
-सामंतों की कार्य प्रणाली | |||
-दो सामंतों के मध्य विवाद | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{निम्नलिखित [[ग्रंथ|ग्रंथों]] में से किसके [[गुप्तोत्तर काल|गुप्तोत्तरकालीन]] भू-राजस्व व्यवस्था पर प्रकाश नहीं पड़ता: (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1005 | |||
|type="()"} | |||
-[[हर्षचरति |हर्षचरति]] | |||
-अपराजितापृच्छा | |||
-राजतरंगिणी | |||
+काव्यादर्श | |||
{[[गुप्त काल|गुप्तकालीन]] भू-माप के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1006 | |||
|type="()"} | |||
-गुप्त काल में भूमि 'हस्त' से नापी जाती थी। | |||
-हस्त से बड़ी इकाई धनु थी। | |||
-भूमि माप हेतु सरकंडों का उपयोग किया जाता था। | |||
+उपयुक्त सभी | |||
{[[गुप्तत्तोर काल|गुप्तत्तोरकालीन]] करों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य हैं? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1007 | |||
|type="()"} | |||
-परहीनक पशुओं द्वारा की गई हानि की क्षतिपूर्ति के रूप में लिया जाता था। | |||
-राजकीय भूमि पर कृषि कर सीता कहलाता था। | |||
-अवल्गक सेनाभक्त की तरह का ही एक कर था। | |||
+हलिराकर हलवाईयों पर लगने वाला कर था। | |||
{[[गुप्त काल]] में प्रशासनिक इकाइयों का सही क्रमागर स्तर निम्न में से कौन व्यक्त करता है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1008 | |||
|type="()"} | |||
+भुक्ति, विषय, पेठ, ग्राम | |||
-विषय, भुक्ति, पेठ, ग्राम | |||
-पेठ, विषय, भुक्ति, ग्राम | |||
-भुक्ति, पेठ, वुषय, ग्राम | |||
{[[गुप्त काल]] में बड़े पैमाने पर जारी सोने के सिक्के का वास्तविक स्त्रोत निम्न में से क्या है? (यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-234,प्रश्न-1010 | |||
|type="()"} | |||
-रोम के साथ जारी लाभदायक व्यापार | |||
-कोलार की खान पर अधिकार | |||
+पूर्ववर्ती युग के व्यापार से संचित स्वर्ग | |||
-शकों से छीना गया मुद्रा भण्डार | |||
</quiz> | |||
|} | |||
|} |
06:34, 23 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
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