"अतिशयोक्ति अलंकार": अवतरणों में अंतर
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12:05, 4 जनवरी 2011 का अवतरण
जिस स्थान पर लोक-सीमा का अतिक्रमण करके किसी विषय का वर्णन होता है। वहाँ पर अतिशयोक्ति अलंकार होता है।
- उदाहरण
हनुमान की पूँछ में लगन न पायी आगि । सगरी लंका जल गई ,गये निसाचर भागि।।
- यहाँ पर हनुमान की पूँछ में आग लगते ही सम्पूर्ण लंका का जल जाना तथा राक्षसों का भाग जाना आदि बातें अतिशयोक्ति रूप में कहीं गई हैं।[1]
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