"जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना -गोपालदास नीरज": अवतरणों में अंतर
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अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए। | अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए। | ||
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जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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