"मेरा इतिहास नहीं है -गोपालदास नीरज": अवतरणों में अंतर
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काल बादलों से......! | काल बादलों से......! | ||
मुझसे ज़्यादा मस्त | मुझसे ज़्यादा मस्त जगत् में मस्ती जिसकी, | ||
और अधिक आज़ाद अछूती हस्ती किसकी, | और अधिक आज़ाद अछूती हस्ती किसकी, | ||
मेरी बुलबुल चहका करती उस बगिया में, | मेरी बुलबुल चहका करती उस बगिया में, |
14:06, 30 जून 2017 के समय का अवतरण
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काल बादलों से धुल जाए वह मेरा इतिहास नहीं है! |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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