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05:55, 19 जनवरी 2013 के समय का अवतरण

फ़िरदौसी सिलसिला के संस्थापक मध्य एशिया के सैफ़ुद्दीन बखरजी थे। यह सिलसला सुहरावर्दी सिलसिले की ही एक शाखा थी। भारत में इसका कार्य क्षेत्र बिहार में था। बदरुद्दीन समरंगजी और अहमद याहया मनैरी आदि इस सिलसिले के प्रमुख सन्त थे।

  • सूफ़ी सिद्धान्तों एवं पद्धतियों ने हिन्दू दर्शन और भक्ति के विभिन्न तत्वों को आत्मसात किया था।
  • सूफ़ियों के मठवासीय संगठनों एवं उनकी कुछ पद्धतियों, जैसे- प्रायश्यित, उपवास एवं प्राणायाम में बौद्ध एवं हिन्दू योगियों का प्रभाव झलकता है।
  • अपने खनकाहों आदि का निर्माण सूफ़ियों ने बौद्ध बिहारों एवं हिन्दू मठों की तरह करवाया था।
  • भारतीय योग सिद्धान्त के अन्तर्गत सूफ़ी हठयोग की अमृतकुंड की अवधारणा से काफ़ी प्रभावित हुए। यही सब कारण थे, जो भारतीय सूफ़ियों को अन्य मुस्लिम देश के सूफ़ियों से अलग करते हैं।
  • भारत में सूफ़ी आन्दोलन ने इस्लाम के उस पुराने स्वरूप को काफ़ी बदल दिया, जो सुन्नी धर्मवेत्ताओं द्वारा प्रस्तुत किया गया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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