"कार्टोसैट-2ए उपग्रह": अवतरणों में अंतर
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'''कार्टोसैट-2ए''' भारतीय सुदूर संवेदी उपग्रह | '''कार्टोसैट-2ए''' भारतीय सुदूर संवेदी उपग्रह श्रृंखला (आईआरएस) में तेरहवाँ उपग्रह है। यह एक परिष्कृत एवं मजबूत [[सुदूर संवेदी]] उपग्रह है, जो दृश्य विशिष्ट स्थल प्रतिबिंब प्रदान करता है। इस उपग्रह में एक सार्ववर्णी कैमरा (पैन) है। इस कैमरे का स्थानिक विभेदन एक मी. से बेहतर है और प्रमार्ज 9.6 कि.मी. है। इस उपग्रह के चित्रों का उपयोग मानचित्र संबंधी अनुप्रयोगों, जैसे कि मानचित्रण, नगरीय एवं ग्रामीण मूलभूत अवसंरचना विकास एवं प्रबंधन और साथ ही साथ, भूमि सूचना प्रणाली (एलआईएस) एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) में किया जाता है। | ||
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11:55, 9 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
कार्टोसैट-2ए भारतीय सुदूर संवेदी उपग्रह श्रृंखला (आईआरएस) में तेरहवाँ उपग्रह है। यह एक परिष्कृत एवं मजबूत सुदूर संवेदी उपग्रह है, जो दृश्य विशिष्ट स्थल प्रतिबिंब प्रदान करता है। इस उपग्रह में एक सार्ववर्णी कैमरा (पैन) है। इस कैमरे का स्थानिक विभेदन एक मी. से बेहतर है और प्रमार्ज 9.6 कि.मी. है। इस उपग्रह के चित्रों का उपयोग मानचित्र संबंधी अनुप्रयोगों, जैसे कि मानचित्रण, नगरीय एवं ग्रामीण मूलभूत अवसंरचना विकास एवं प्रबंधन और साथ ही साथ, भूमि सूचना प्रणाली (एलआईएस) एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) में किया जाता है।
मिशन | सुदूर संवेदन |
भार | 690 कि.ग्रा. (उत्थापन पर भार) |
ऑनबोर्ड कक्षा | 900 वॉट |
स्थिरीकरण | उच्च टॉर्क अभिक्रिया चक्र, चुंबकीय टॉर्कित्र और हाइड्रोजन थ्रस्टरों का उपयोग करते हुए स्थिरीकृत 3-अक्षीय पिंड |
नीतभार | सार्ववर्णी कैमरा |
प्रमोचन दिनांक | 28 अप्रैल, 2008 |
प्रमोचन स्थल | शार केंद्र, श्रीहरिकोटा, भारत |
प्रमोचन यान | पीएसएलवी-सी9 |
कक्षा | 635 कि.मी., ध्रुवीय सूर्य तुल्यकाली |
आनति | 97.94 डिग्री |
मिशन कालावधि | 5 वर्ष |
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