"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/4": अवतरणों में अंतर
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-[[टेक्कलकोटा]] | -[[टेक्कलकोटा]] | ||
+[[बुर्ज़होम]] | +[[बुर्ज़होम]] | ||
- | -[[संगनकल्लू]] | ||
-उटनूर | -उटनूर | ||
||{{seealso|सिंधु घाटी सभ्यता|कालीबंगा|लोथल|मुअन जो दड़ो}} | ||{{seealso|सिंधु घाटी सभ्यता|कालीबंगा|लोथल|मुअन जो दड़ो}} | ||
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-[[वी. डी. सावरकर]] | -[[वी. डी. सावरकर]] | ||
{ | {निम्न में से किस स्थान से आनुष्ठानिक स्नानागारों के निकट निर्मित अग्नि वेदियों की कतारें मिली हैं?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-180;प्रश्न-135 | ||
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-[[मुअन जो दड़ो|मोहनजोदड़ो]] | -[[मुअन जो दड़ो|मोहनजोदड़ो]] | ||
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{'सुरा पेय' का संबंध निम्नलिखित में से किस वैदिक [[यज्ञ]] से था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-192;प्रश्न-312 | {'सुरा पेय' का संबंध निम्नलिखित में से किस वैदिक [[यज्ञ]] से था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-192;प्रश्न-312 | ||
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-अग्निष्टोम | -[[अग्निष्टोम]] | ||
+[[राजसूय यज्ञ|राजसूय]] | +[[राजसूय यज्ञ|राजसूय]] | ||
-सौत्रामणि | -सौत्रामणि | ||
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||{{seealso|जैन धर्म|तीर्थंकर|जैन धर्म के सिद्धांत}} | ||{{seealso|जैन धर्म|तीर्थंकर|जैन धर्म के सिद्धांत}} | ||
{[[मौर्य काल]] में दीवानी न्यायालय को क्या | {[[मौर्य काल]] में 'दीवानी न्यायालय' को क्या कहा जाता था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-206;प्रश्न-561 | ||
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+डॉ. लक्ष्मण स्वरूप | +डॉ. लक्ष्मण स्वरूप | ||
-गार्डन चाइल्ड | -गार्डन चाइल्ड | ||
-राखालदास बनर्जी | -[[राखालदास बंद्योपाध्याय|राखालदास बनर्जी]] | ||
-[[रोमिला थापर]] | -[[रोमिला थापर]] | ||
||{{seealso|काशी प्रसाद जायसवाल|यदुनाथ सरकार|हेमचंद्र रायचौधरी}} | ||{{seealso|काशी प्रसाद जायसवाल|यदुनाथ सरकार|हेमचंद्र रायचौधरी}} | ||
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{हड़प्पाकालीन मुहरों पर किस पशु की आकृति को सबसे अधिक उत्कीर्ण किया गया है?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-180;प्रश्न-136 | {हड़प्पाकालीन मुहरों पर किस पशु की आकृति को सबसे अधिक उत्कीर्ण किया गया है?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-180;प्रश्न-136 | ||
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+कूबड़ रहित साँड़ अथवा | +कूबड़ रहित साँड़ अथवा एकश्रृंगी बैल | ||
-[[हाथी]] | -[[हाथी]] | ||
-जंगली साँड़ | -जंगली साँड़ | ||
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||{{seealso|मौर्य काल|मौर्यकाल में दास प्रथा|मौर्यकालीन भारत}} | ||{{seealso|मौर्य काल|मौर्यकाल में दास प्रथा|मौर्यकालीन भारत}} | ||
{[[मौर्य साम्राज्य]] की पश्चिमी सीमा कहाँ तक थी?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-215;प्रश्न-698 | {[[मौर्य साम्राज्य]] की पश्चिमी सीमा कहाँ तक विस्तृत थी?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-215;प्रश्न-698 | ||
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+[[अफ़ग़ानिस्तान]] | +[[अफ़ग़ानिस्तान]] | ||
-[[रावी नदी]] | -[[रावी नदी]] | ||
-[[पंजाब]] | -[[पंजाब]] | ||
-[[सिंधु नदी]] | -[[सिंधु नदी]] | ||
||{{seealso|मौर्य वंश|चंद्रगुप्त मौर्य|अशोक}} | ||{{seealso|मौर्य वंश|चंद्रगुप्त मौर्य|अशोक}} | ||
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-[[लॉर्ड डफ़रिन]] | -[[लॉर्ड डफ़रिन]] | ||
{डेनो का प्रमुख व्यापारिक केन्द्र रहा था-(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-565;प्रश्न-91 | {निम्नलिखित में से कौन-सा एक डेनो का प्रमुख व्यापारिक केन्द्र रहा था-(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-565;प्रश्न-91 | ||
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-[[गोवा]] | -[[गोवा]] | ||
-[[सूरत]] | -[[सूरत]] | ||
+सेरामपुर | +[[श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल)|सेरामपुर]] | ||
-त्रैकोंबार | -त्रैकोंबार | ||
||{{seealso|भारत का इतिहास|भारत का इतिहास (तिथि क्रम)}} | ||{{seealso|भारत का इतिहास|भारत का इतिहास (तिथि क्रम)}} | ||
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{नीचे उत्तर वैदिक साहित्य से ज्ञात राजाओं एवं राज्यों के नाम दिय गए हैं। इनमें से कौन-सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-9;प्रश्न-4 | {नीचे [[वैदिक साहित्य|उत्तर वैदिक साहित्य]] से ज्ञात राजाओं एवं राज्यों के नाम दिय गए हैं। इनमें से कौन-सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-9;प्रश्न-4 | ||
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+[[अजातशत्रु]] - [[काशी]] | +[[अजातशत्रु]] - [[काशी]] | ||
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-[[जनमेजय]] - [[कुरु जनपद|कुरु]]-[[पंचाल]] | -[[जनमेजय]] - [[कुरु जनपद|कुरु]]-[[पंचाल]] | ||
{निम्नलिखित में से किसने [[भारत]] में प्रथम [[अंग्रेज़ी भाषा]] का [[समाचार पत्र]] प्रकाशित किया?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-25;प्रश्न-14 | {निम्नलिखित में से किसने [[भारत]] में प्रथम [[अंग्रेज़ी भाषा]] का [[समाचार पत्र]] प्रकाशित किया था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-25;प्रश्न-14 | ||
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-[[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]] | -[[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]] | ||
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-सभी धर्मों का मिलन-स्थल या संगम था | -सभी धर्मों का मिलन-स्थल या संगम था | ||
+संतुलित जीवन-दृष्टि था | +संतुलित जीवन-दृष्टि था | ||
-सभी धर्मों का शाश्वत सत्य था | -सभी [[धर्म|धर्मों]] का शाश्वत सत्य था | ||
||{{seealso|बौद्ध धर्म|बौद्ध संगीति|स्तूप|बौद्ध चिन्तन}} | ||{{seealso|बौद्ध धर्म|बौद्ध संगीति|स्तूप|बौद्ध चिन्तन}} | ||
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-एंग्लो-इण्डियन | -एंग्लो-इण्डियन | ||
{[[इंग्लैंड]] के राजा जेम्स प्रथम के दूत के रूप में कौन [[अंग्रेज़]] [[जहाँगीर]] के दरबार में पहुँचा था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-565;प्रश्न-92 | {[[इंग्लैंड]] के राजा जेम्स प्रथम के दूत के रूप में कौन [[अंग्रेज़]] [[मुग़ल]] [[जहाँगीर|बादशाह जहाँगीर]] के दरबार में पहुँचा था?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-565;प्रश्न-92 | ||
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-[[रॉबर्ट क्लाइव]] | -[[रॉबर्ट क्लाइव]] | ||
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-[[महादेव गोविन्द रानाडे]] | -[[महादेव गोविन्द रानाडे]] | ||
{हड़प्पाकालीन भवनों को पत्थरों के स्थान पर पकाई गई ईंटों से इस कारण बनाया जाता था,क्योकि-(यूजीसी,पृ.-180;प्रश्न-138 | {हड़प्पाकालीन भवनों को पत्थरों के स्थान पर पकाई गई ईंटों से इस कारण बनाया जाता था, क्योकि-(यूजीसी,पृ.-180;प्रश्न-138 | ||
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-[[लोहा|लोहे]] के औज़ारों के अभाव में प्रस्तर-खण्डों को काटना बहुत दुष्कर | -[[लोहा|लोहे]] के औज़ारों के अभाव में प्रस्तर-खण्डों को काटना बहुत दुष्कर कार्य था। | ||
-ईंटों से बेहतर बाढ़ सुरक्षा मिलती | -ईंटों से बेहतर बाढ़ सुरक्षा मिलती थी। | ||
-ईंटें नम जलवायु के लिए अधिक उपयुक्त | -ईंटें नम जलवायु के लिए अधिक उपयुक्त थीं। | ||
+पत्थर आसानी से उपलब्ध नहीं | +पत्थर आसानी से उपलब्ध नहीं था। | ||
||{{seealso|हड़प्पा|हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना|हड़प्पा संस्कृति}} | ||{{seealso|हड़प्पा|हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना|हड़प्पा संस्कृति}} | ||
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+सर जॉन मार्शल | +सर जॉन मार्शल | ||
- | -[[राखालदास बंद्योपाध्याय]] | ||
-स्टाइन | -स्टाइन | ||
-ए. एन. घोष | -ए. एन. घोष | ||
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-[[श्वेताश्वतरोपनिषद|श्वेताश्वतर उपनिषद]] | -[[श्वेताश्वतरोपनिषद|श्वेताश्वतर उपनिषद]] | ||
{'अष्टांगिक मार्ग' का निम्नलिखित में से कौन-सा मार्ग व्यक्ति की शारीरिक तथा मानसिक गतिविधियों एवं दुर्बलताओं के निराकरण से सम्बन्धित | {'अष्टांगिक मार्ग' का निम्नलिखित में से कौन-सा मार्ग व्यक्ति की शारीरिक तथा मानसिक गतिविधियों एवं दुर्बलताओं के निराकरण से सम्बन्धित है?(यूजीसी इतिहास,पृ.सं.-201;प्रश्न-472 | ||
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-सम्यक संकल्प | -सम्यक संकल्प |
14:23, 7 नवम्बर 2014 का अवतरण
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