"प्रयोग:रिंकू3": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{'फोकवेज' पुस्तक के लेखक निम्न में से कौन हैं?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-79 | |||
{ | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -फ़्रेज़र | ||
-मार्गरेट | -मार्गरेट | ||
+समनर | +समनर | ||
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+सी. राइट मिल्स | +सी. राइट मिल्स | ||
{ | {'हिन्दू विवाह अधिनियम' कब पारित हुआ?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-196;प्रश्न-80 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[1955]] | |||
- | -[[1956]] | ||
-[[1954]] | |||
- | -[[1949]] | ||
{[[भारत]] का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-62 | {[[भारत]] का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-62 | ||
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+जातियों में | +जातियों में | ||
-वर्गों में | -वर्गों में | ||
-जनजातियों में | -जनजातियों में | ||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{आदिम समाजों में प्रचलित उपहार की प्रथा को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-42 | {आदिम समाजों में प्रचलित उपहार की प्रथा को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-42 | ||
पंक्ति 45: | पंक्ति 44: | ||
+कुला प्रथा | +कुला प्रथा | ||
-नगर भेंट देने की प्रथा | -नगर भेंट देने की प्रथा | ||
- | -नृत्य प्रथा | ||
-अतिथि सत्कार | -अतिथि सत्कार | ||
{ | {"प्रत्येक व्यक्ति यह जानता है कि नगर क्या है, किंतु किसी ने भी संतोषजनक परिभाषा नहीं दी है?" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-34 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-डेविस | -डेविस | ||
पंक्ति 59: | पंक्ति 58: | ||
-प्रकार्यात्मक | -प्रकार्यात्मक | ||
-संघर्ष का सिद्धांत | -संघर्ष का सिद्धांत | ||
+ | +उद्विकासीय | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{ | {निम्न में से वे राज्य कौन-से हैं, जिसमें किसी भी समुदाय को अनुसूचित जनजाति घोषित नहीं किया गया है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-43 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[गोआ]], [[गुजरात]] | -[[गोआ]], [[गुजरात]], [[उत्तर प्रदेश]] | ||
-[[राजस्थान]], [[त्रिपुरा]] | -[[राजस्थान]], [[त्रिपुरा]], [[पश्चिम बंगाल]] | ||
+[[केरल]], [[तमिलनाडु]] | +[[केरल]], [[तमिलनाडु]], [[महाराष्ट्र]] | ||
-[[हरियाणा]], [[पंजाब]] | -[[हरियाणा]], [[पंजाब]], [[पांडिचेरी]] | ||
{निम्न में से किसने 'दि ह्यूमन ग्रुप' नामक पुस्तक लिखी है (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-63 | {निम्न में से किसने 'दि ह्यूमन ग्रुप' नामक पुस्तक लिखी है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-63 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+जी.सी. होमेन्स | +जी. सी. होमेन्स | ||
- | -रॉबर्ट रेडफ़ील्ड | ||
-सी. एच . कूले | -सी. एच. कूले | ||
-एल. एच. | -एल. एच. मीड़ | ||
पंक्ति 80: | पंक्ति 79: | ||
{सामाजिक संरचना को "क्रिया की अविरल धारा" के रूप में किसने परिभाषित किया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-81 | {सामाजिक संरचना को "क्रिया की अविरल धारा" के रूप में किसने परिभाषित किया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-81 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-गिड्डेंस | -गिड्डेंस | ||
+नाडेल | +नाडेल | ||
-सी.एच. कूले | -सी. एच. कूले | ||
-मार्टिण्डेल | -मार्टिण्डेल | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सा एक सिद्धांत इस दृष्टिकोण का समर्थन करता है कि "असमानता न केवल विशेषक्षेत्री होती है बल्कि जरूरी भी"? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-36 | {निम्नलिखित में से कौन-सा एक सिद्धांत इस दृष्टिकोण का समर्थन करता है कि "असमानता न केवल विशेषक्षेत्री होती है बल्कि जरूरी भी"? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-36 | ||
पंक्ति 92: | पंक्ति 91: | ||
-संरचनावादी | -संरचनावादी | ||
{अनुसूचित क्षेत्र की जनजातियों ने अपने बच्चों के लिए संवैधानिक अधिकारों के तहत विशेष देखभाल | {अनुसूचित क्षेत्र की जनजातियों ने अपने बच्चों के लिए संवैधानिक अधिकारों के तहत विशेष देखभाल की। यह देखभाल की मांग किस अनुच्छेद के अंतर्गत की गई? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-36 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुच्छेद 21 | -अनुच्छेद 21 | ||
पंक्ति 113: | पंक्ति 112: | ||
-कर्टिस और कोलमैन | -कर्टिस और कोलमैन | ||
{कुला प्रथा में प्रयुक्त [[शंख]] के हार को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-43 | {कुला प्रथा में प्रयुक्त [[शंख]] के [[माला|हार]] को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-43 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-इवाली | -इवाली | ||
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-गिभवाली | -गिभवाली | ||
{" | {"जहाँ मुख्य व्यवसाय [[कृषि]] है उसे [[गाँव]] तथा जहाँ [[कृषि]] के अतिरिक्त अन्य व्यवसाय प्रचलित है उसे नगर कहेंगे।" यह परिभाषा किसने दी है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-35 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एण्डरसन | -एण्डरसन | ||
-बर्गेल | -बर्गेल | ||
-ईश्वरन | -ईश्वरन | ||
+ | +विलफ़ॉक्स | ||
{ईमाइल दुर्खीम ने समाजशास्त्र की प्रकृति के बारे में क्या विचार दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-24 | {ईमाइल दुर्खीम ने समाजशास्त्र की प्रकृति के बारे में क्या विचार दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-24 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+यह वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित है | +यह वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित है | ||
-यह एकल | -यह एकल कला है | ||
-यह [[विज्ञान]] एवं [[कला]] दोनों है | -यह [[विज्ञान]] एवं [[कला]] दोनों है | ||
-यह दार्शनिक प्रकृति का है | -यह दार्शनिक प्रकृति का है | ||
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-देहाती क्षेत्रों में जीवन-निर्वाह | -देहाती क्षेत्रों में जीवन-निर्वाह | ||
{ | {किसके अनुसार विश्व की समस्त प्रजातियाँ निम्न तीन भागों में बंटी हैं-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-64<br /> | ||
काके स्वाद, मंगोलाइड एवं नीग्रोयड | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ए. एल. क्रोवर | -ए. एल. क्रोवर | ||
- | -फ़्रेज बो आज | ||
-ई. बी. टायलर | -ई. बी. टायलर | ||
+एल. एच. मॉरगेन | +एल. एच. मॉरगेन | ||
पंक्ति 168: | पंक्ति 168: | ||
-[[राजस्थान]], [[केरल]] और [[नागालैण्ड]] में | -[[राजस्थान]], [[केरल]] और [[नागालैण्ड]] में | ||
-[[उड़ीसा]], [[बिहार]] और [[मेघालय]] में | -[[उड़ीसा]], [[बिहार]] और [[मेघालय]] में | ||
+[[बिहार]], [[ | +[[बिहार]], [[मध्य प्रदेश]] और [[उड़ीसा]] में | ||
-[[ | -[[मध्य प्रदेश]], [[आसाम]] और [[उड़ीसा]] में | ||
{[[जवाहरलाल नेहरू]] ने विशेष बल दिया है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-64 | {[[जवाहरलाल नेहरू]] ने विशेष बल दिया है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-64 | ||
पंक्ति 185: | पंक्ति 185: | ||
-स्वघोषित | -स्वघोषित | ||
{कुला प्रथा में एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क का क्या साधन है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-44 | {कुला प्रथा में एक व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क का क्या साधन होता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-44 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[धर्म]] | -[[धर्म]] | ||
-जादू | -जादू | ||
+[[शंख]] के आभूषण | +[[शंख]] के [[आभूषण]] | ||
-उपरोक्त सभी | -उपरोक्त सभी | ||
पंक्ति 211: | पंक्ति 211: | ||
-परम्परावादी नेता का | -परम्परावादी नेता का | ||
-[[विवाह]] के स्वरूप का | -[[विवाह]] के स्वरूप का | ||
-क्षेत्रीय देवता का | -क्षेत्रीय [[देवता]] का | ||
{[[जाति व्यवस्था]] की निम्न विशेषताओं में से कौन-सी विशेषता अभी भी महत्त्वपूर्ण है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-65 | {[[जाति व्यवस्था]] की निम्न विशेषताओं में से कौन-सी विशेषता अभी भी महत्त्वपूर्ण है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-65 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ | +कर्मकांडीय प्रचलन | ||
-[[ | -[[जाति]] के अंदर [[विवाह]] | ||
-जजमानी व्यवस्था | -[[जजमानी प्रथा|जजमानी व्यवस्था]] | ||
-जाति पंचायत | -जाति पंचायत | ||
पंक्ति 224: | पंक्ति 224: | ||
{सामाजिक परिवर्तन है- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-83 | {सामाजिक परिवर्तन है- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-83 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -फ़ैशन में परिवर्तन | ||
-तकनीकि में परिवर्तन | -तकनीकि में परिवर्तन | ||
+सामाजिक संगठन में परिवर्तन | +सामाजिक संगठन में परिवर्तन | ||
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{निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सबसे अधिक सही है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-39 | {निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सबसे अधिक सही है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-39 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सभी प्रकार का सामाजिक परिवर्तन सामाजिक उद्विकास | -सभी प्रकार का सामाजिक परिवर्तन सामाजिक उद्विकास है। | ||
-विशेष प्रकार का सामाजिक परिवर्तन सामाजिक उद्विकास | -विशेष प्रकार का सामाजिक परिवर्तन सामाजिक उद्विकास है। | ||
+वह परिवर्तन जिससे प्रगति होती है, सामाजिक उद्विकास | +वह परिवर्तन जिससे प्रगति होती है, सामाजिक उद्विकास है। | ||
-सामाजिक परिवर्तन और सामाजिक उद्विकास में कोई सम्बंध नहीं है। | -सामाजिक परिवर्तन और सामाजिक उद्विकास में कोई सम्बंध नहीं है। | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सी शब्दावली का किसी समूह के ही सदस्यों द्वारा अपनी ही सत्ता से शासित होने को वर्णित करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है | {निम्नलिखित में से कौन-सी शब्दावली का किसी समूह के ही सदस्यों द्वारा अपनी ही सत्ता से शासित होने को वर्णित करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-38 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अंतर्हेतुज | -अंतर्हेतुज | ||
पंक्ति 243: | पंक्ति 243: | ||
-स्वायत्त | -स्वायत्त | ||
{ | {'बाल विवाह अधिनियक' कब पारित हुआ?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-196;प्रश्न-78 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | +[[1961]] | ||
- | -[[1964]] | ||
-[[1933]] | |||
-[[ | -[[1949]] | ||
{ | {रेडफ़ील्ड और सिंगर के विचार में प्राथमिक नगरीकरण की प्रक्रिया को किसके विकास में विशेषीकृत किया जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-711,प्रश्न-38 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+लोक परंपरा | +लोक परंपरा | ||
पंक्ति 264: | पंक्ति 264: | ||
-मॉस | -मॉस | ||
{ | {"नगर जगत मित्र होता है जबकि [[गाँव]] राष्ट्रवादी और स्वदेशाभिमानी होता है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-37 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मैकाइवर | -मैकाइवर | ||
पंक्ति 271: | पंक्ति 271: | ||
-गिलिन एवं गिलिन | -गिलिन एवं गिलिन | ||
{समाज बनता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-26 | {[[समाज]] बनता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-26 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-व्यक्तियों से | -व्यक्तियों से | ||
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-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{'प्राच्य स्वेच्छाचारी शासन' मुख्यत: सम्बन्धित है (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-46 | {'प्राच्य स्वेच्छाचारी शासन' मुख्यत: सम्बन्धित है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-46 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्राच्य-शासक के वैयक्तिक गुणों से | -प्राच्य-शासक के वैयक्तिक गुणों से | ||
पंक्ति 287: | पंक्ति 287: | ||
{निम्न में से किसने [[जाति]] के प्रजातीय तत्वों को महत्त्व दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-66 | {निम्न में से किसने [[जाति]] के प्रजातीय तत्वों को महत्त्व दिया है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-66 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-आर. | -आर. रेडफ़ील्ड | ||
-एस. सी दुबे | -एस. सी. दुबे | ||
+जी. एच. हट्टन | +जी. एच. हट्टन | ||
-एच. एस. रिजले | -एच. एस. रिजले | ||
पंक्ति 294: | पंक्ति 294: | ||
{समाजशास्त्र एक [[विज्ञान]] है क्योंकि वह [[समाज]] का अध्ययन करता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-84 | {समाजशास्त्र एक [[विज्ञान]] है, क्योंकि वह [[समाज]] का अध्ययन करता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-84 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वैज्ञानिक पद्धति से | -वैज्ञानिक पद्धति से | ||
पंक्ति 308: | पंक्ति 308: | ||
+[[कार्ल मार्क्स]] | +[[कार्ल मार्क्स]] | ||
{जब किसी [[समाज]] में आदर्श व्यवस्था और अस्तित्ववादी व्यवस्था के बीच संगति हो | {जब किसी [[समाज]] में आदर्श व्यवस्था और अस्तित्ववादी व्यवस्था के बीच संगति हो तो इसे जाना जाता है- (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-501,प्रश्न-39 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सजातीय व्यवस्था के रूप में | -सजातीय व्यवस्था के रूप में | ||
पंक्ति 322: | पंक्ति 322: | ||
-संपत्ति का पैतृक हस्तांतरण | -संपत्ति का पैतृक हस्तांतरण | ||
{ | {व्यक्ति की भूमिका परिलक्षित होती है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-195;प्रश्न-53 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -उस कार्य में जिसे वह करता है | ||
- | +उससे की गई उचित प्रत्याशाओं के समुच्चय में | ||
- | -उसके गुणों में | ||
-उसके सामाजिक व्यवहार में | |||
{निजी सम्पत्ति के अस्तित्व का निम्न में से कौन-सा कारण है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-46 | {निजी सम्पत्ति के अस्तित्व का निम्न में से कौन-सा कारण है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-752,प्रश्न-46 | ||
पंक्ति 334: | पंक्ति 334: | ||
-मानव मूल्यों की बर्बादी | -मानव मूल्यों की बर्बादी | ||
-भौतिकवाद | -भौतिकवाद | ||
+निजी सम्पत्ति की अपनी विशेषताएं भी | +निजी सम्पत्ति की अपनी विशेषताएं भी हैं | ||
{ | {"एक राजवंश के बाद दूसरा राजवंश ख़त्म होता गया, क्रांति के बाद क्रांति होती गयी, परंतु ग्रामीण समुदाय वैसे के वैसे ही हैं।" यह कथन किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-38 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -डॉ. दुबे | ||
-एस. आर. देसाई | -एस. आर. देसाई | ||
-रॉस | -रॉस | ||
+नजमुल करीम | +नजमुल करीम | ||
{मानव समाज (ह्यूमैन सोसाइटी) पुस्तक के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-27 | {'मानव समाज' (ह्यूमैन सोसाइटी) पुस्तक के लेखक कौन हैं? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-827,प्रश्न-27 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मैकाइवर | -मैकाइवर | ||
+के.डेविस | +के. डेविस | ||
-रॉबर्ट वियस्टेर्ड | -रॉबर्ट वियस्टेर्ड | ||
-टी. पारसंस | -टी. पारसंस | ||
पंक्ति 357: | पंक्ति 357: | ||
-संघ की शिकायतों का समाधान | -संघ की शिकायतों का समाधान | ||
{निम्न में से | {जनजाति का वर्णन निम्न में से किस अनुच्छेद में किया गया है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-196;प्रश्न-74 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुच्छेद 217 | |||
- | -अनुच्छेद 256 | ||
+अनुच्छेद 341 | |||
- | -अनुच्छेद 317 | ||
{'सोसायटी' नामक पुस्तक के लेखक हैं | {'सोसायटी' नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-85 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+मैकाइवर एवं पेज | +मैकाइवर एवं पेज | ||
पंक्ति 373: | पंक्ति 373: | ||
-गिलिन एवं गिलिन | -गिलिन एवं गिलिन | ||
{नौकरशाही एवं मैनेजमेंट सम्बंधों का अभ्युदय किस प्रकार के [[समाज]] में हुआ है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-41 | {नौकरशाही एवं मैनेजमेंट सम्बंधों का अभ्युदय किस प्रकार के [[समाज]] में हुआ है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-444,प्रश्न-41 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-परंपरागत | -परंपरागत | ||
पंक्ति 387: | पंक्ति 387: | ||
-अभिसारी एकरूपताओं में | -अभिसारी एकरूपताओं में | ||
{अनौपचारिक सामाजिक नियंत्रण अधिक संभव है | {अनौपचारिक सामाजिक नियंत्रण अधिक संभव है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-549,प्रश्न-67 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विद्यालय में | -विद्यालय में | ||
पंक्ति 394: | पंक्ति 394: | ||
-[[परिवार]] में | -[[परिवार]] में | ||
{ | {अपने समूह की संस्कृति को अस्वीकार करने की व्यक्ति की प्रवृत्ति को क्या कहा जाता है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-193;प्रश्न-30 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -अहं केंद्रवाद | ||
- | -उद्धत राष्ट्रवाद | ||
+ | -धार्मिक कट्टरता | ||
- | +विदेशी-केंद्रिकता | ||
{पूंजीवाद की कौन-सी विशेषता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-47 | {पूंजीवाद की कौन-सी विशेषता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-47 | ||
पंक्ति 408: | पंक्ति 408: | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
{ | {"[[गाँव]] एवं नगर दोनों एक [[समाज]] हैं। इनमें से न तो कोई एक-दूसरे से अधिक प्राकृतिक है और न ही कृत्रिम।" यह कथन किसका है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-39 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्रो. डेविस | -प्रो. डेविस | ||
पंक्ति 422: | पंक्ति 422: | ||
-संस्था | -संस्था | ||
{कोई [[समाज]] जितना अधिक आर्थिक रूप से विकसित हो जाता है उतना ही अधिक वह औद्योगिक देशों के अनुरूप बनता जाता | {कोई [[समाज]] जितना अधिक आर्थिक रूप से विकसित हो जाता है, उतना ही अधिक वह औद्योगिक देशों के अनुरूप बनता जाता है। इस स्थापना को निम्न रूप में संकल्पित किया गया है-(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-232,प्रश्न-49 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सार्वभौमिकरण | +सार्वभौमिकरण | ||
पंक्ति 429: | पंक्ति 429: | ||
-विसरण | -विसरण | ||
{अस्पृश्यता अपराध अधिनियम कब पारित हुआ था? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-68 | {'अस्पृश्यता अपराध अधिनियम' कब पारित हुआ था? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-294,प्रश्न-68 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[1935]] | -[[1935]] | ||
पंक्ति 438: | पंक्ति 438: | ||
{"समाजशास्त्र [[समाज]] का | {"समाजशास्त्र [[समाज]] का सामान्य विज्ञान है।" यह परिभाषा किसने दी है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-409,प्रश्न-86 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एच.एम. जॉनसन | -एच.एम. जॉनसन | ||
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-मार्शल जोंस | -मार्शल जोंस | ||
{[[भारत]] | {निम्नलिखित में से कौन [[उत्तरी भारत]] के पितृवंशीय [[हिन्दू]] परिवारों में ‘परिहास-सम्बंध’ के प्रतिरूप में शामिल है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-193;प्रश्न-29 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -व्यक्ति तथा उसके [[पिता]] के भाइयों के बीच | ||
- | -व्यक्ति तथा उसकी सास के बीच | ||
+ | +व्यक्ति तथा उसकी भाभी के बीच | ||
- | -व्यक्ति तथा उसकी अनुज वधू के बीच | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सा प्रजातीय मिथक नहीं है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-502,प्रश्न-42 | {निम्नलिखित में से कौन-सा प्रजातीय मिथक नहीं है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-502,प्रश्न-42 | ||
पंक्ति 473: | पंक्ति 473: | ||
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
{किस अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर उत्पादन उपयोग पाया जाता है? (यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-48 | {किस अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर उत्पादन उपयोग पाया जाता है?(यूजीसी समाज शास्त्र,पृ.सं.-753,प्रश्न-48 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[आदिम जातियाँ|आदिम जातियों]] में | +[[आदिम जातियाँ|आदिम जातियों]] में | ||
पंक्ति 484: | पंक्ति 484: | ||
-जनसंख्या का केन्द्रीकरण | -जनसंख्या का केन्द्रीकरण | ||
-कामों का विशेषीकरण | -कामों का विशेषीकरण | ||
-कृषि विहीन व्यवसायों की बड़ी संख्या | -[[कृषि]] विहीन व्यवसायों की बड़ी संख्या | ||
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
06:41, 28 जुलाई 2016 का अवतरण
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