"चित्र:Makahan-Lal-Chaturvedi.gif": अवतरणों में अंतर
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13:00, 1 अप्रैल 2011 का अवतरण
विवरण (Description) | माखन लाल चतुर्वेदी |
स्रोत (Source) | School of broadcasting & communication |
अन्य विवरण | माखन लाल चतुर्वेदी (जन्म- 4 अप्रैल, 1889 ई., बावई, मध्य प्रदेश; मृत्यु- 1968 ई.) सरल भाषा और ओजपूर्ण भावनाओं के अनूठे हिंदी रचनाकार थे। |
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चित्र का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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वर्तमान | 12:47, 1 अप्रैल 2011 | 424 × 600 (177 KB) | प्रियंका चतुर्वेदी (वार्ता | योगदान) |
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चित्र का उपयोग
68 ये पृृष्ठ इस चित्र का इस्तेमाल करते हैं:
- अंजलि के फूल गिरे जाते हैं -माखन लाल चतुर्वेदी
- अमर राष्ट्र -माखन लाल चतुर्वेदी
- आज नयन के बँगले में -माखन लाल चतुर्वेदी
- इस तरह ढक्कन लगाया रात ने -माखन लाल चतुर्वेदी
- उठ महान -माखन लाल चतुर्वेदी
- उपालम्भ -माखन लाल चतुर्वेदी
- उस प्रभात, तू बात न माने -माखन लाल चतुर्वेदी
- ऊषा के सँग, पहिन अरुणिमा -माखन लाल चतुर्वेदी
- कुंज कुटीरे यमुना तीरे -माखन लाल चतुर्वेदी
- कैदी और कोकिला -माखन लाल चतुर्वेदी
- कैसी है पहिचान तुम्हारी -माखन लाल चतुर्वेदी
- क्या आकाश उतर आया है -माखन लाल चतुर्वेदी
- गंगा की विदाई -माखन लाल चतुर्वेदी
- गाली में गरिमा घोल-घोल -माखन लाल चतुर्वेदी
- गिरि पर चढ़ते, धीरे-धीर -माखन लाल चतुर्वेदी
- चलो छिया-छी हो अन्तर में -माखन लाल चतुर्वेदी
- जवानी -माखन लाल चतुर्वेदी
- जागना अपराध -माखन लाल चतुर्वेदी
- जाड़े की साँझ -माखन लाल चतुर्वेदी
- जीवन, यह मौलिक महमानी -माखन लाल चतुर्वेदी
- झूला झूलै री -माखन लाल चतुर्वेदी
- तान की मरोर -माखन लाल चतुर्वेदी
- तुम मन्द चलो -माखन लाल चतुर्वेदी
- तुम मिले -माखन लाल चतुर्वेदी
- तुम्हारा चित्र -माखन लाल चतुर्वेदी
- दीप से दीप जले -माखन लाल चतुर्वेदी
- दूबों के दरबार में -माखन लाल चतुर्वेदी
- नयी-नयी कोपलें -माखन लाल चतुर्वेदी
- पहेली 20 सितम्बर 2021
- पहेली 22 फ़रवरी 2017
- पहेली 3 जुलाई 2021
- पहेली 4 अप्रॅल 2017
- पहेली अप्रैल 2017
- पहेली फ़रवरी 2017
- पुष्प की अभिलाषा -माखन लाल चतुर्वेदी
- प्यारे भारत देश -माखन लाल चतुर्वेदी
- फुंकरण कर, रे समय के साँप -माखन लाल चतुर्वेदी
- बदरिया थम-थमकर झर री ! -माखन लाल चतुर्वेदी
- बलि-पन्थी से -माखन लाल चतुर्वेदी
- बसंत मनमाना -माखन लाल चतुर्वेदी
- भाई, छेड़ो नही, मुझे -माखन लाल चतुर्वेदी
- मचल मत, दूर-दूर, ओ मानी -माखन लाल चतुर्वेदी
- मधुर! बादल, और बादल, और बादल -माखन लाल चतुर्वेदी
- मधुर-मधुर कुछ गा दो मालिक -माखन लाल चतुर्वेदी
- मध्य प्रदेश
- माखन लाल चतुर्वेदी
- मुझे रोने दो -माखन लाल चतुर्वेदी
- मैं अपने से डरती हूँ सखि -माखन लाल चतुर्वेदी
- यह अमर निशानी किसकी है? -माखन लाल चतुर्वेदी
- यह किसका मन डोला -माखन लाल चतुर्वेदी
- ये प्रकाश ने फैलाये हैं -माखन लाल चतुर्वेदी
- ये वृक्षों में उगे परिन्दे -माखन लाल चतुर्वेदी
- यौवन का पागलपन -माखन लाल चतुर्वेदी
- राष्ट्रकवि
- लड्डू ले लो -माखन लाल चतुर्वेदी
- वरदान या अभिशाप? -माखन लाल चतुर्वेदी
- वर्षा ने आज विदाई ली -माखन लाल चतुर्वेदी
- वायु -माखन लाल चतुर्वेदी
- वेणु लो, गूँजे धरा -माखन लाल चतुर्वेदी
- समय के समर्थ अश्व -माखन लाल चतुर्वेदी
- साँस के प्रश्नचिन्हों, लिखी स्वर-कथा -माखन लाल चतुर्वेदी
- सिपाही -माखन लाल चतुर्वेदी
- हिन्दी सामान्य ज्ञान 217
- हिन्दी सामान्य ज्ञान 43
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/29 जनवरी
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/30 जनवरी
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/3 अप्रॅल
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/4 अप्रॅल