"जिनके हिस्से अपनी माँ की लोरियाँ आती नहीं -दिनेश रघुवंशी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 24: | पंक्ति 24: | ||
{{Poemopen}} | {{Poemopen}} | ||
<poem>जिनके हिस्से अपनी माँ की लोरियाँ आती नहीं | <poem> | ||
जिनके हिस्से अपनी माँ की लोरियाँ आती नहीं | |||
उनके सपनों में भी परियाँ, तितलियाँ आती नहीं | उनके सपनों में भी परियाँ, तितलियाँ आती नहीं | ||
पंक्ति 31: | पंक्ति 32: | ||
मेरी इन आँखों के आँसू जानते हैं बात ये | मेरी इन आँखों के आँसू जानते हैं बात ये | ||
मेरी पलकों तक | मेरी पलकों तक किसी की उँगलियाँ आती नहीं | ||
एक मुददत से मुझे तुम याद करते हो कहाँ | एक मुददत से मुझे तुम याद करते हो कहाँ |
12:37, 19 अगस्त 2011 का अवतरण
| ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
|
जिनके हिस्से अपनी माँ की लोरियाँ आती नहीं |