"चिड़िया -राजेश जोशी": अवतरणों में अंतर

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<poem>उजली धूप में
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पानी बरस रहा है
उजली धूप में
पानी बरस रहा है।
"चिड़िया का ब्याह हो रहा होगा"
"चिड़िया का ब्याह हो रहा होगा"
कहती है मुनिया।
कहती है मुनिया।


कहती है मुनिया।
कहती है मुनिया,
चिड़िया का एक पंख
चिड़िया का एक पंख
धूप है
धूप है
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चोंच में  
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जो दाना है
जो दाना है,
वह दाना  
वह दाना  
दाना पानी भी भी है
दाना पानी भी है
‌और आकाश भी।</poem>
‌और आकाश भी।
 
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10:41, 24 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण

चिड़िया -राजेश जोशी
राजेश जोशी
राजेश जोशी
कवि राजेश जोशी
जन्म 18 जुलाई, 1946
जन्म स्थान नरसिंहगढ़, मध्य प्रदेश
मुख्य रचनाएँ 'समरगाथा- एक लम्बी कविता', एक दिन बोलेंगे पेड़, मिट्टी का चेहरा, दो पंक्तियों के बीच, पतलून पहना आदमी धरती का कल्पतरु
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
राजेश जोशी की रचनाएँ

उजली धूप में
पानी बरस रहा है।
"चिड़िया का ब्याह हो रहा होगा"
कहती है मुनिया।

कहती है मुनिया,
चिड़िया का एक पंख
धूप है
एक पंख
पानी।

चोंच में
जो दाना है,
वह दाना
दाना पानी भी है
‌और आकाश भी।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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