"प्यार की कहानी चाहिए -गोपालदास नीरज": अवतरणों में अंतर
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<poem>आदमी को आदमी बनाने के लिए | <poem>आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
और कहने के लिए कहानी प्यार की | और कहने के लिए कहानी प्यार की | ||
स्याही नहीं, आँखों वाला पानी चाहिए। | स्याही नहीं, आँखों वाला पानी चाहिए। | ||
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जेब भी कफ़न में इक लगानी चाहिए। | जेब भी कफ़न में इक लगानी चाहिए। | ||
आदमी को आदमी बनाने के लिए | आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
रागिनी है एक प्यार की | रागिनी है एक प्यार की | ||
ज़िंदगी कि जिसका नाम है | |||
गाके गर कटे तो है सुबह | गाके गर कटे तो है सुबह | ||
रोके गर कटे तो शाम है | रोके गर कटे तो शाम है | ||
पंक्ति 55: | पंक्ति 55: | ||
लौ किसी यार से लगानी चाहिए | लौ किसी यार से लगानी चाहिए | ||
आदमी को आदमी बनाने के लिए | आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
जो दु:खों में मुस्कुरा दिया | जो दु:खों में मुस्कुरा दिया | ||
पंक्ति 66: | पंक्ति 66: | ||
अपनी सब जवानी खुद जलानी चाहिए। | अपनी सब जवानी खुद जलानी चाहिए। | ||
आदमी को आदमी बनाने के लिए | आदमी को आदमी बनाने के लिए | ||
ज़िंदगी में प्यार की कहानी चाहिए | |||
दर्द गर किसी का तेरे पास है | दर्द गर किसी का तेरे पास है |
17:09, 30 दिसम्बर 2013 का अवतरण
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आदमी को आदमी बनाने के लिए |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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