"बहुव्रीहि समास": अवतरणों में अंतर
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#चतुर्भुज - चार हैं भुजाएँ जिसकी अर्थात '[[विष्णु]]'। | #चतुर्भुज - चार हैं भुजाएँ जिसकी अर्थात '[[विष्णु]]'। | ||
#पीताम्बर - पीत है अम्बर जिसका अर्थात '[[कृष्ण]]'। | #पीताम्बर - पीत है अम्बर जिसका अर्थात '[[कृष्ण]]'। |
11:01, 1 अगस्त 2017 का अवतरण
बहुव्रीहि समास (अंग्रेज़ी: Attributive Compound) वह समास होता है जिसमें दोनों पद अप्रधान हों तथा दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं, उसमें 'बहुव्रीहि समास' होता है। जैसे -
- नीलकण्ठ - नीला है कण्ठ जिसका अर्थात 'शिव'।
- लम्बोदर - लम्बा है उदर जिसका अर्थात 'गणेश'।
- दशानन - दस हैं आनन जिसके अर्थात 'रावण'।
- महावीर - महान् वीर है जो अर्थात 'हनुमान'।
- चतुर्भुज - चार हैं भुजाएँ जिसकी अर्थात 'विष्णु'।
- पीताम्बर - पीत है अम्बर जिसका अर्थात 'कृष्ण'।
- निशाचर - निशा में विचरण करने वाला अर्थात 'राक्षस'।
- घनश्याम - घन के समान श्याम है जो अर्थात 'कृष्ण'।
- मृत्युंजय - मृत्यु को जीतने वाला अर्थात 'शिव'।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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