"व्यंजन (व्याकरण)": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('*स्वरों की सहायता से बोले जाने वाले व...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 23: पंक्ति 23:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{व्याकरण}}
{{व्याकरण}}
[[Category:नया पन्ना]][[Category:व्याकरण]]
[[Category:नया पन्ना]][[Category:हिन्दी भाषा]]
__INDEX__
__INDEX__

06:48, 25 दिसम्बर 2010 का अवतरण

  • स्वरों की सहायता से बोले जाने वाले वर्ण 'व्यंजन' कहलाते हैं।
  • परंपरागत रूप से व्यंजनों की संख्या 33 मानी जाती है।
  • द्विगुण व्यंजन ड़, ढ़ को जोड़ देने पर इनकी संख्या 35 हो जाती है।
  • हिन्दी में 35 व्यंजन-

क, ख, ग, घ, ङ (कवर्ग)
च, छ, ज, झ, ञ (चवर्ग)
ट, ठ, ड, ढ, ण (टवर्ग)
त, थ, द, ध, न (तवर्ग)
प, फ, ब, भ, म (पवर्ग)
य, र, ल, व, श
ष, स, ह, ड़, ढ़


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख