"व्यंजन (व्याकरण)": अवतरणों में अंतर
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07:29, 25 दिसम्बर 2010 का अवतरण
क | ख | ग | घ | ङ |
च | छ | ज | झ | ञ |
ट | ठ | ड | ढ | ण |
त | थ | द | ध | न |
प | फ | ब | भ | म |
य | र | ल | व | श |
ष | स | ह | ड़ | ढ़ |
क्ष | त्र | ज्ञ |
- स्वरों की सहायता से बोले जाने वाले वर्ण 'व्यंजन' कहलाते हैं।
- परंपरागत रूप से व्यंजनों की संख्या 33 मानी जाती है।
- द्विगुण व्यंजन ड़, ढ़ को जोड़ देने पर इनकी संख्या 35 हो जाती है।
संयुक्त व्यंजन
हिन्दी में निम्नलिखित तीन व्यंजन ऐसे हैं, जो दो-दो व्यंजनों के योग से बने हैं, किन्तु एक व्यंजन के रूप में प्रयुक्त होते हैं।
- क् और ष के योग से बना हुआ- क्ष
- त् और र के योग से बना हुआ- त्र
- ज् और ञ के योग से बना हुआ- ज्ञ
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