"विकारी शब्द": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{{tocright}} *वह शब्द जो लिंग, वचन, कारक आदि स...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
*वह शब्द जो [[लिंग]], [[वचन (हिन्दी)|वचन]], [[कारक]] आदि से विकृत हो जाते हैं विकारी शब्द होते हैं।
*वह शब्द जो [[लिंग]], [[वचन (हिन्दी)|वचन]], [[कारक]] आदि से विकृत हो जाते हैं विकारी शब्द होते हैं।
*जैसे- मैं→ मुझ→ मुझे→ मेरा, अच्छा→ अच्छे आदि।
*जैसे- मैं→ मुझ→ मुझे→ मेरा, अच्छा→ अच्छे आदि।
==विकारी शब्द==
====<u>संज्ञा</u>====
====<u>संज्ञा</u>====
{{मुख्य|संज्ञा (व्याकरण)}}
{{मुख्य|संज्ञा (व्याकरण)}}

12:04, 25 दिसम्बर 2010 का अवतरण

  • वह शब्द जो लिंग, वचन, कारक आदि से विकृत हो जाते हैं विकारी शब्द होते हैं।
  • जैसे- मैं→ मुझ→ मुझे→ मेरा, अच्छा→ अच्छे आदि।

संज्ञा

  • प्राणी, वस्तु व्यक्ति, स्थान अथवा भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं।

सर्वनाम

  • सर्वनाम वे शब्द हैं जो संज्ञा के स्थान पर वाक्य में आते हैं।
  • इससे संज्ञा की अधिक पुनरावृत्ति नहीं होती है।

विशेषण

  • संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं।

क्रिया

  • क्रिया वह शब्द है, जिससे किसी कार्य के करने या होने का बोध हो।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख