भारतकोश ज्ञान का हिन्दी महासागर
आज का दिन - 1 जनवरी 2025 (भारतीय समयानुसार)
- राष्ट्रीय शाके 1946, 11 गते 17, पौष, बुधवार
- विक्रम सम्वत् 2081, पौष, शुक्ल पक्ष, द्वितीया, बुधवार, उत्तराषाढ़ा
- इस्लामी हिजरी 1446, 01, रजब, बुध, बल्दा
- नववर्ष, सम्पूर्णानंद (जन्म), महादेव देसाई (जन्म), सत्येंद्रनाथ बोस (जन्म), मनीराम बागड़ी (जन्म), ज्योतिरादित्य सिंधिया (जन्म), उदय प्रकाश (जन्म), काशीनाथ सिंह (जन्म), हसरत मोहानी (जन्म), डिंको सिंह (जन्म), राहत इंदौरी (जन्म), नाना पाटेकर (जन्म), असरानी (जन्म), शकीला (जन्म), अद्वैत मल्लबर्मन (जन्म), नूर इनायत ख़ान (जन्म), एन. बीरेन सिंह (जन्म), कीर्ति चौधरी (जन्म), ज्ञानेन्द्रपति (जन्म), पवन दीवान (जन्म), कल्बे सादिक़ (जन्म), आनंद कुमार (जन्म), शुभा मुद्गल (जन्म), शशिभूषण रथ (जन्म), शान्ति स्वरूप भटनागर (मृत्यु), हेमचंद दासगुप्त (मृत्यु), डी. एन. खुरोदे (मृत्यु), राजेन्द्र सिंहजी जडेजा (मृत्यु), ग़ुलाम मोहम्मद सादिक़ (मृत्यु)
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भारतकोश हलचल
विश्व हिन्दी दिवस (10 जनवरी) • पुत्रदा एकादशी(10 जनवरी) • प्रवासी भारतीय दिवस (09 जनवरी) • गुरु गोविंद सिंह जयंती (06 जनवरी) • लुई ब्रेल दिवस (04 जनवरी) • नववर्ष (01 जनवरी) • सोमवती अमावस्या (30 दिसम्बर) • मासिक शिवरात्रि (29 दिसम्बर) • सफला एकादशी(26 दिसम्बर) • क्रिसमस (25 दिसम्बर) • सुशासन दिवस (25 दिसम्बर) • राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस (24 दिसम्बर) • किसान दिवस (23 दिसम्बर) • राष्ट्रीय गणित दिवस (22 दिसम्बर)
जन्म
सुकुमार सेन (02 जनवरी) • मन्नत्तु पद्मनाभन (02 जनवरी) • जैनेन्द्र कुमार (02 जनवरी) • डी. एन. खुरोदे (02 जनवरी) • बुला चौधरी (02 जनवरी) • अश्विनी कुमार चौबे (02 जनवरी) • लाखा सिंह (02 जनवरी) • चन्द्रशेखर कम्बार (02 जनवरी) • सम्पूर्णानंद (01 जनवरी) • महादेव देसाई (01 जनवरी) • सत्येंद्रनाथ बोस (01 जनवरी) • मनीराम बागड़ी (01 जनवरी) • उदय प्रकाश (01 जनवरी) • काशीनाथ सिंह (01 जनवरी) • अद्वैत मल्लबर्मन (01 जनवरी) • नूर इनायत ख़ान (01 जनवरी) • डिंको सिंह (01 जनवरी) • राहत इंदौरी (01 जनवरी) • असरानी (01 जनवरी) • शकीला (01 जनवरी) • आर. के. त्रिवेदी (01 जनवरी) • नित्यानंद राय (01 जनवरी) • शुभा मुद्गल (01 जनवरी)
मृत्यु
हरे कृष्ण मेहताब (02 जनवरी) • विट्ठल रामजी शिंदे (02 जनवरी) • बली राम भगत (02 जनवरी) • अन्नाराम सुदामा (02 जनवरी) • सफ़दर हाशमी (02 जनवरी) • रमाकांत आचरेकर (02 जनवरी) • राजेन्द्र शाह (02 जनवरी) • डॉ. राधाबाई (02 जनवरी) • मौलाना मज़हरुल हक़ (02 जनवरी) • वसंत गोवारिकर (02 जनवरी) • अनवर जलालपुरी (02 जनवरी) • अजित प्रसाद जैन (02 जनवरी) • बूटा सिंह (02 जनवरी) • शान्ति स्वरूप भटनागर (01 जनवरी) • हेमचंद दासगुप्त (01 जनवरी) • डी. एन. खुरोदे (01 जनवरी) • राजेन्द्र सिंहजी जडेजा (01 जनवरी) • ग़ुलाम मोहम्मद सादिक़ (01 जनवरी)
एक आलेख
संसद भवन नई दिल्ली में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं लोक सभा और राज्य सभा इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला 12 फ़रवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। ... और पढ़ें
पिछले आलेख → | राष्ट्रपति | रसखान की भाषा | मौर्य काल |
एक पर्यटन स्थल
डल झील का प्रमुख आकर्षण केन्द्र तैरते हुए बग़ीचे हैं। पौराणिक मुग़ल किलों में यहाँ की संस्कृति तथा इतिहास के दर्शन होते हैं। डल झील के पास ही मुग़लों के सुंदर एवं प्रसिद्ध पुष्प वाटिका से डल झील की आकृति और उभरकर सामने आती है। कश्मीर के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय झील के तट पर स्थित है। शिकारे के माध्यम से सैलानी नेहरू पार्क, कानुटुर खाना, चारचीनारी, कुछ द्वीप जो यहाँ पर स्थित हैं, उन्हें देख सकते हैं। श्रद्घालुओं के लिए हज़रतबल तीर्थस्थल के दर्शन करे बिना उनकी यात्रा अधूरी रह जाती है। शिकारे के माध्यम से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल के दर्शन कर सकते हैं। दुनिया भर में यह झील विशेष रूप से शिकारों या हाऊस बोट के लिए जानी जाती है। डल झील के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता अधिक संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ... और पढ़ें
पिछले पर्यटन स्थल → | लक्षद्वीप | चंडीगढ़ | लाल क़िला |
एक व्यक्तित्व
महापण्डित राहुल सांकृत्यायन को हिन्दी यात्रा साहित्य का जनक माना जाता है। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद थे और 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। बौद्ध धर्म की ओर जब झुकाव हुआ तो पाली, प्राकृत, अपभ्रंश, तिब्बती, चीनी, जापानी, एवं सिंहली भाषाओं की जानकारी लेते हुए सम्पूर्ण बौद्ध ग्रन्थों का मनन किया और सर्वश्रेष्ठ उपाधि 'त्रिपिटिका चार्य' की पदवी पायी। साम्यवाद के क्रोड़ में जब राहुल जी गये तो कार्ल मार्क्स, लेनिन तथा स्तालिन के दर्शन से पूर्ण परिचय हुआ। प्रकारान्तर से राहुल जी इतिहास, पुरातत्त्व, स्थापत्य, भाषाशास्त्र एवं राजनीति शास्त्र के अच्छे ज्ञाता थे। ... और पढ़ें
पिछले लेख → | पण्डित ओंकारनाथ ठाकुर | जे. आर. डी. टाटा | आर. के. लक्ष्मण |
पृथ्वीराज रासो हिन्दी भाषा में लिखा गया एक महाकाव्य है, जिसमें पृथ्वीराज चौहान के जीवन-चरित्र का वर्णन किया गया है। यह महाकवि चंदबरदाई की रचना है, जो पृथ्वीराज के अभिन्न मित्र तथा राजकवि थे। इसमें दिल्लीश्वर पृथ्वीराज के जीवन की घटनाओं का विशद वर्णन है। यह तेरहवीं शती की रचना है। डॉ. माताप्रसाद गुप्त इसे 1400 विक्रमी संवत के लगभग की रचना मानते हैं। इसमें पृथ्वीराज व उनकी प्रेमिका संयोगिता के परिणय का सुन्दर वर्णन है। यह ग्रंथ ऐतिहासिक कम काल्पनिक अधिक है। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने 'हिन्दी साहित्य का इतिहास' में लिखा है- 'पृथ्वीराज रासो ढाई हज़ार पृष्ठों का बहुत बड़ा ग्रंथ है जिसमें 69 समय (सर्ग या अध्याय) हैं। प्राचीन समय में प्रचलित प्राय: सभी छंदों का व्यवहार हुआ है। मुख्य छंद हैं कवित्त (छप्पय), दूहा, तोमर, त्रोटक, गाहा और आर्या। ...और पढ़ें
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सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
महत्त्वपूर्ण आकर्षण
समाचार
कुछ लेख
सरदार पटेल • कृष्ण संदर्भ • मध्य प्रदेश • चाय • जयपुर • चंद्रशेखर आज़ाद • अर्जुन • हरिवंश राय बच्चन • ताजमहल • सूरदास |
भारतकोश ज्ञान का हिन्दी-महासागर
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ब्रज डिस्कवरी
ब्रज डिस्कवरी पर हम आपको एक ऐसी यात्रा का भागीदार बनाना चाहते हैं जिसका रिश्ता ब्रज के इतिहास, संस्कृति, समाज, पुरातत्व, कला, धर्म-संप्रदाय, पर्यटन स्थल, प्रतिभाओं आदि से है।
चयनित चित्र
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