आज जब वह जा रही है -अजेय

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रकाश बादल (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:12, 10 जनवरी 2012 का अवतरण ('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Ajey.JPG |चि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
आज जब वह जा रही है -अजेय
कवि अजेय
जन्म स्थान (सुमनम, केलंग, हिमाचल प्रदेश)
बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक वेबसाइट
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
अजेय् की रचनाएँ

वह जब थी
तो कुछ इस तरह थी
जैसे कोई भी बीमार बुढ़िया होती है
शहर के किसी भी घर में
अपने दिन गिनती

वह जब थी
इस शहर को
और इस घर को
नहीं था कोई सरोकार
कि अपनी पीड़ाओं और संघर्षों के साथ
वह कितनी अकेली थी

कहाँ शामिल था खुद मैं भी
उस तरह से
उस के होने में
जिस तरह से कि इस अंतिम यात्रा में हूँ ?

आज जब जा रही है वह
तो रो रहा है घर
स्तब्ध है शहर
खड़ा है कोई हाथ जोड़ कर
और कोई सरक गया है दुकान मे मुँह फेर कर

आज जब वह जा रही है
भीड़ ने रास्ता दे दिया है उसे सहम कर

भारी भरकम गाड़ियाँ गुर्राना छोड़
दो पल के लिए एक तरफ हो गई हैं
चौराहे पर उस वर्दी धारी सिपाही ने भी
अदब से सलाम ठोक दिया है !

आज जब वह जा रही है
तो लगने लगा है सहसा
मुझे
इस घर को
और पूरे शहर को
कि वह थी .......
वह थी
और अब नहीं रही !

21.06.2007


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख