अंगहीन (कामदेव)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:09, 29 नवम्बर 2012 का अवतरण (''''अंगहीन''' पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू मान्यताओ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

अंगहीन पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार देवताओं में मान्य कामदेव का एक नाम है।[1] भगवान शंकर द्वारा भस्म कर देने के पश्चात शरीर का विनाश हो जाने के कारण ही उनका यह नाम पड़ा था।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 02 |
  2. ब्रह्मपुराण कामदेव दाह।

संबंधित लेख