आन्दोलन विप्लव सैनिक विद्रोह (1757-1856 ई.)
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1857 ई. के विद्रोह से पूर्व भारत के लगभग सभी भागों में विद्रोह हुए थे। ये विद्रोह भिन्न-भिन्न प्रकृति के थे। इनमें से अधिकांश विद्रोह अंग्रेज़ों के विरुद्ध किये गये थे। जहाँ एक तरफ़ पूर्वी भारत में अनेकों विद्रोह हुए, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी भारत में भी असंख्य विद्रोहों को अंजाम दिया गया। इन विद्रोहों का भारतीय इतिहास में अपना एक अलग महत्त्व है।
प्रमुख विद्रोह
कुछ प्रमुख विद्रोह, जिन्होंने भारतीय इतिहास और राजनीति को प्रभावित किया, उनका विवरण इस प्रकार से है-
- पूर्वी भारत के विद्रोह
- पश्चिमी भारत के विद्रोह
- दक्षिणी भारत के विद्रोह
पूर्वी भारत के विद्रोह
- संन्यासी विद्रोह
- चुआरों का विद्रोह
- हो-मुण्डा विद्रोह
- कोल विद्रोह
- संथाल विद्रोह
- अहोम विद्रोह
- खासी जाति का विद्रोह
- पागलपंथी विद्रोह
- फ़रायजी विद्रोह
पश्चिमी भारत के विद्रोह
विद्रोह | नेतृत्वकर्ता |
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खोण्ड विद्रोह | चक्र विसोई |
संथाल विद्रोह | सिद्दू और कान्हू |
पागलपंथी विद्रोह | टीपू |
नागा विद्रोह | रानी गैडिनल्यू |
फ़क़ीर विद्रोह | मजनूशाह, चिराग अलीशाह |
भील विद्रोह | सेवरम |
खासी जाति का विद्रोह | राजा तीरत सिंह |
रामोसी विद्रोह | चित्तर सिंह |
कूका विद्रोह | भगत जवाहरमल, रामसिंह कूका |
मुण्डा विद्रोह | विरसा मुण्डा |
चेर विद्रोह | भूषण सिंह |
- भील विद्रोह
- कोलों का विद्रोह
- कच्छ का विद्रोह
- बघेरा विद्रोह
- रामोसी विद्रोह
- गडकरी विद्रोह
- सावंतवादी विद्रोह
- किट्टूर विद्रोह
- घोंडजी बाघ का विद्रोह
दक्षिणी भारत के विद्रोह
अन्य प्रमुख विद्रोह
- सूरत का नमक विद्रोह
- पॉलीगारों का विद्रोह
- वहाबी विद्रोह
- पाइक विद्रोह
- फ़क़ीर विद्रोह
- रम्पा विद्रोह
- मुण्डा विद्रोह
- कूका विद्रोह
- खोण्ड विद्रोह
- खोण्ड डोरा विद्रोह
- युआन-जुआंग विद्रोह
- कोया विद्रोह
- नागा आन्दोलन
- पाइक विद्रोह खुर्दा
- वन सत्याग्रह
अंग्रेज़ी सेना में हुए सैनिक विद्रोह
अंग्रेज़ी सेना में हुये कुछ प्रमुख सैनिक विद्रोह इस प्रकार थे-
- हैक्टर मुनरो के नेतृत्व में बक्सर के युद्ध में लड़ रही एक सैन्य टुकडी विद्रोह करके मीर कासिम की सेना से मिल गई थी।
- 1806 ई. में वेल्लोर के सैनिकों ने अपनी सामाजिक व धार्मिक मान्यताओं पर चोट लगने के कारण वेल्लोर में विद्रोह कर मैसूर के राजा के झण्डे को फहरा दिया।
- 47वीं पैदल सैन्य टुकड़ी ने पर्याप्त भत्ते के अभाव में बर्मा युद्ध में जाने के आदेश की अवहेलना करके विद्रोह कर दिया। यह विद्रोह 1824 ई. में हुआ।
- 1838 ई. में शोलापुर में एक भारतीय सैन्य टुकड़ी ने पूरा भत्ता न प्राप्त करने के कारण विद्रोह कर दिया।
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