"कर्पूर मञ्जरी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 11: पंक्ति 11:
  
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{संस्कृत साहित्यकार}} {{महाकाव्य}}{{संस्कृत साहित्य2}}{{भारत के कवि}}
+
{{संस्कृत साहित्यकार}}{{संस्कृत साहित्य2}}
 
[[Category:कवि]]
 
[[Category:कवि]]
 
[[Category:साहित्य कोश]]
 
[[Category:साहित्य कोश]]
पंक्ति 21: पंक्ति 21:
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__
''तिरछा पाठ''
 

09:09, 24 जुलाई 2011 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
  • कर्पूर मञ्जरी में चार अंक हैं तथा यह केवल प्राकृत भाषा में रचित होने के कारण 'राट्टक' कहा जाता है।
  • यह राजशेखर की सर्वोत्कृष्ट रचना है।
  • कहा जाता है कि इसकी रचना राजशेखर ने अपनी पत्नी 'अवंतिसुन्दरी' के आग्रह पर की थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख