"दीपालपुर दुर्ग" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
{{पुनरीक्षण}}
 
 
*आधुनिक [[पाकिस्तान]] के [[पंजाब]] प्रांत में [[सिन्धु नदी]] के तट पर स्थित दीपालपुर मध्यकाल में विशेषकर [[सल्तनत काल]] में बाहरी आक्रमणों से बचने के लिए एक महत्त्वपूर्ण दुर्ग के रूप में प्रसिद्ध है।  
 
*आधुनिक [[पाकिस्तान]] के [[पंजाब]] प्रांत में [[सिन्धु नदी]] के तट पर स्थित दीपालपुर मध्यकाल में विशेषकर [[सल्तनत काल]] में बाहरी आक्रमणों से बचने के लिए एक महत्त्वपूर्ण दुर्ग के रूप में प्रसिद्ध है।  
*सबसे पहले मंगोल-आक्रमण के मद्देनजर बलबन ने इस दुर्ग को मजबूत बनाया और यहाँ अफ़गान सैनिकों को नियुक्त किया था।  
+
*सबसे पहले [[मंगोल]]-आक्रमण के मद्देनजर बलबन ने इस दुर्ग को मजबूत बनाया और यहाँ अफ़गान सैनिकों को नियुक्त किया था।  
 
*[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] भी यहाँ सूबेदार के रूप में काम कर चुका था।  
 
*[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] भी यहाँ सूबेदार के रूप में काम कर चुका था।  
  
पंक्ति 19: पंक्ति 18:
 
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
 
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]]
 
[[Category:भारत के दुर्ग]]
 
[[Category:भारत के दुर्ग]]
[[Category:नया पन्ना अक्टूबर-2011]]
+
 
  
 
__INDEX__
 
__INDEX__

08:05, 6 अक्टूबर 2011 का अवतरण

  • आधुनिक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सिन्धु नदी के तट पर स्थित दीपालपुर मध्यकाल में विशेषकर सल्तनत काल में बाहरी आक्रमणों से बचने के लिए एक महत्त्वपूर्ण दुर्ग के रूप में प्रसिद्ध है।
  • सबसे पहले मंगोल-आक्रमण के मद्देनजर बलबन ने इस दुर्ग को मजबूत बनाया और यहाँ अफ़गान सैनिकों को नियुक्त किया था।
  • ग़यासुद्दीन तुग़लक़ भी यहाँ सूबेदार के रूप में काम कर चुका था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख